राजधानी से जनता तक जिला संवाददाता चरण सिंह क्षेत्रपाल
गरियाबंद – देवभोग विकास खण्ड में बीते कुछ दिनों बाद छत्तीसगढ़ शासन महिला बाल विकास विभाग के परिपालन में देवभोग क्षेत्र के 9 ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती ली गई है। जिसमें 4 ग्राम पंचायतों की सहायिका भर्ती की भारी गड़बड़ी बताई जा रही है वह ग्राम पंचायत है कुम्हड़ईकला, कोदो भाठा, दिवान मुड़ा एवं लाटापारा इन गांवों में अभी वर्तमान में जिनकी नियुक्ति हुई है, उनके खिलाफ अन्य आवेदिकाओं ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने का प्रत्यारोपित किया जा रहा है। ये आवेदिका फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहे हैं तो इनकी खुलासा तब हुआ जब उक्त आवेदकों ने आरटीआई लगा कर जानकारी मांगी गई तो उसी दरम्यान अंकसूचियों में लैपिक की गई थी । दिवान मुड़ा की कुमारी सुमन बघेल पिता निलाम्बर बघेल के साथ भी ऐसा ही मामला हुआ है कि कक्षा 8वीं की अंकसूची में 89.06% बन रहा है, और उसे नियुक्त के दौरान चयन समिति अपने हिसाब से उसको 81% बनाया गया है,जब सुमन बघेल 81% देखीं और हेराना हो गई। तब उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन प्रारूप तैयार कर अधिक प्रतिशत को कम प्रतिशत दिया गया है, उसे लेकर कलेक्टर साहब के दफ्तर में पहुंच कर लिखित माध्यम से आवेदन दिया गया, तो तत्काल कलेक्टर ने सभी दस्तावेज को देखते हुए उन्होंने कहा कि अधिक प्रतिशत है आपका नियुक्ति होने चाहिए, यह ग़लत ढंग से प्रतिशत निकाल कर गलत किया गया है। इसी तरह जैसे ही सुमन बघेल कलेक्टर साहब के दफ्तर में गयी हुई भनक लगी तो अगले दिन महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी ने दावा आपत्ति का निराकरण को घोषित कर दावा-आपत्ति सहमति पत्र जारी कर आवेदिका के घर पहुंच कर सहमति पत्र में हस्ताक्षर करवा कर योग्य अभ्यर्थियों को सहायिका पद पर नियुक्ति किया गया। जिला महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी दीपा शाह द्वारा बताई गई जानकारी के मुताबिक – जहां पर हमें अंकसूची में ओवर लैपिंग लगी है उस जगह पर भर्ती रोकीं गई है। नियुक्तियां गड़बड़ी लगती है तो जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रथम अपील का प्रावधान है। और अपील भी की जा सकती है। फर्जी दस्तावेज को लेकर जिला पंचायत सदस्य धनमती यादव ने बताया कि देवभोग क्षेत्र में जितने भी गांव में आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती हुई है और जहां जहां पर कुछ आवेदिकाओं ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहीं हैं तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करने हेतु छत्तीसगढ़ उपमुख्यमंत्री अरूण साव के पास आवेदन जमा किया गया है। विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी देवनाथ बघेल ने कहा कि मिडिल स्कूल की अंकसूची जारी करने का अधिकार संबंधित स्कूल प्रधानपाठक को है, रिकॉर्ड के मुताबिक ही जारी होता है। अगर किसी की गड़बड़ी है तो उसकी शिकायत अब तक नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो अवश्य कार्रवाई कि जायेगी।प्रधानपाठक जोगेंद्र कश्यप ने कहा कि उक्त आवेदक ने मुझे द्वितीय प्रति मार्क सीट के लिए आवेदन किया, रिकॉर्ड संधारण है उसी अनुरूप ही अंकसूची बना कर दिया गया है। सर्व यादव समाज और जिला पंचायत सदस्य धनमती यादव ने बताई कि जहां नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है तो उसे लेकर अपने यादव समाज मंडल के साथ उपमुख्यमंत्री अरूण साव को आवेदन देकर अवगत कराया गया है। ताकि सही व्यक्ति का नियुक्ति हो, जिसने फर्जी तरीके से चयन हुए हैं, उसके खिलाफ कार्यवाही किया जाए।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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