सेरेंगदाग बॉक्साइट माइन्स में नही थम रहा कम्पनी कि मनमानी,शासन के गाइडलाइन से हटकर मजदूरो को दिया जा रहा है मजदूरी।

सेरेंगदाग बक्साइट माईन्स के मजदूरों नें हड़ताल कर कुसमी अनुविभगीय अधिकारी को सौपा ज्ञापन।

राजधानी से जनता तक । कुसमी । चन्द्रदीप यादव ।  बलरामपुर जिले के कुसमी विकासखंड अंतर्गत ग्राम सेरंगदाग में बालाजी टाइल्स एंड मार्बल प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के बक्साइट माईन्स में नही थम रहा है मनमानी।
आपको बता दे कि शासन के गाइड लाईन से हट कर बक्साइट खनन का कार्य किया जा रहा है खदान में कार्य कर रहे मजदुरो को शासन के गाइडलाइन के अनुरूप मजदूरी नही मिलने से सेरंगदाग बाक्साइट खदान में सोमवार 7 जनवरी को हड़ताल कर मजदूरों नें अपनी मांगो को लेकर अनुविभगीय अधिकारी से गुहार लगाई है , मजदूरों नें कहा कि हमें शासन के गाइडलाइन के अनुसार मजदूरी नही मिल रहा है,साथ ही हमसे कार्य भी समय से अधिक कराया जा रहा है।जिससे हम सब आहत हैं,यहा तक ही नही बालाजी मार्बल एवं टाइल्स प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा सेरेंगदाग के बाक्साइट माइंस में लीज छेत्र से बाहर मट्टी को डंम्प किया जा रहा है, जो नियम के विरुद्ध है।विडम्बना तो यह है कि शासन के गाइडलाइन को ताक पर रख कर बालाजी मार्बल एंड टाइल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा सेरंगदाग बक्साइट माईन्स में रविवार को छुट्टी के दिन भी मजदूरों से काम कराया जा रहा है, जो नियम बिरुद्ध है,साथ ही कंपनी के द्वारा माईन्स में काम कर रहे मजदूरों को किसी भी प्रकार का सेफ्टी नही दिया गया है, जो आने वाले समय में बड़ी अपिर्य दुर्घटना होने का सम्भावना बना हुवा है।

सेरेंगदाग उप सरपंच उमेश यादव
बालाजी मार्बल एवं टाइल्स प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के द्वारा मनमानी रूप से मजदूरों को अपने हिसाब से 400 रूपए के दर से पेमेंट देने कि बात कही जा रही हैं,जिस वजह से हम सभी मजदूर एस डी एम साहब को ज्ञापन दे कर शासन के गाइडलाइन के अनुरूप लेबर मुंसी, ड्राइवर, चौकीदार सभी को मजदूरी दिलाने का निवेदन किये हैं।

सर्व आदिवासी ब्लॉक अध्यक्ष सुनील नाग
बालाजी मार्बल एवं टाइल्स प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के ठेकेदार से पहले हम सभी स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों के बिच बैठक हुवा था,जिसमे ठेकेदार के द्वारा कहा गया था,कि हम शासन के गाइडलाइन के अनुशार कार्य करेंगे , और गाइडलाइन को फॉलो करते हुवे हमलोग यहा बाक्साईट खनन करेंगे,लेकिन अभी से ही इनके द्वारा लापरवाही देखा जा रहा हैं,न शासन का गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है न हीं जमीन जिनसे खरीदा गया है (भू स्वामी) उनको भी अभी तक नौकरी नही दिया गया है,जबकि कम्पनी के मालिक के द्वारा हम लोगों को लिखित मे दिया है कि जिनकी जमीन बॉक्साईट उत्तखनन कार्य के लिये हम ले रहे हैं उनको हम नौकरी देंगे।

साथ ही कम्पनी मजदूरों से भेद भाव कर रही है, कुछ मजदूरों को 400 रूपए और कुछ को 500 रूपए दे रही है जबकि लेबर ग्रेड का गाइडलाइन के अनुसार दोनों ही लेबल हैं,साथ ही लीज एरिया से बाहर मिट्टी को डंप किया जा रहा है, कम्पनी को बताना चाहूंगा कि यह छेत्र पांचवी अनुसुचि में आता है, जिसमे कंपनी खदान खोलने के लीए भी परमिसन चाहिये, और बंद करने के लीए भी परमिशन लगता है ,हम गांव के लोग कही बाध्य न हो जाए काम बंद कराने को ।

भाजपा के कद्दावर नेता जन्मजय सिंह
सेरेंगदाग बॉक्साइड माईन्स के द्वारा अभी तक कोई भी गाइडलाइन जारी नही किया गया है,नियमतः यह होता है कि कोई भी माईन्स खुलाता है तो उसमे रेट लिस्ट लेबर लिस्ट सभी का चस्पा किया जाता है ,माईन्स के रुल के अनुसार पी एफ में नाम चढ़ाये बगैर मजदूर रख नही सकते, अगर किसी मजदूर कि मृत्यु हो जाती है तो उसका मुआवजा कौन देगा,माईन्स के हिसाब से जो रूल रेगुलेशन है,उसके हिसाब से आज के डेट में लेबरों का मजदूरी 600 पचपन रूपये व ड्राइवरो को 900 रूपये है उस हिसाब से इनको मजदूरी देना चाहिए। और माईन्स में घुसने से पहले सुरक्षा की दृष्टि से जूता टोपी ड्रेस देना चाहिए।
अब देखना यह होगा कि क्या खबर प्रकाशन होने के बाद जिले में बैठे उच्च अधिकारी मजदूरों को कितनी जल्दी उनके मांगो को पूरा करा पाते हैं।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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