जाहिद अंसारी संवाददाता प्रतापपुर
सुरजपुर/प्रतापपुर नगर में कल बड़ा जलसा है, शपथ ग्रहण का कार्यक्रम! नेताजी लोग फूल-मालाओं से लदे रहेंगे, मंच सजेगा, भाषणों की गूंज होगी, और विकास की गंगा फिर से बहाने का वादा किया जाएगा (कब बहाई जाएगी, ये भगवान जाने)। लेकिन ठहरिए! एक खास वर्ग ऐसा भी है जो इस पूरे आयोजन में नदारद रहेगा – हां, सही समझे, हमारे प्यारे पत्रकार भाई! अरे भाई, नेता जी चुनाव के दौरान जब अखबार और मीडिया की जरूरत थी, तब तो पत्रकारों के नंबर फटाफट डायल हो रहे थे, चाय-पानी से लेकर ‘कुछ खास’ व्यवस्थाएं भी हो रही थीं, लेकिन अब चुनाव जीतने के बाद?
पत्रकार? कौन पत्रकार? ये लोग होते भी हैं क्या?
शपथ ग्रहण के विज्ञापन तक में पत्रकारों को भूल जाना कोई छोटी बात नहीं! आखिर, जीत का सेहरा किसी और के सिर जो बंधना था, पत्रकारों का क्या योगदान? बस दिन-रात खबरें छापकर, जनता तक सही जानकारी पहुंचाकर, चुनावी समीकरण दिखाकर अपना काम किया, और अब “इनकी जरूरत खत्म! तो प्यारे पत्रकार भाइयों, आप भी अपनी शपथ ले लीजिए – “हमारी कलम बिकेगी नहीं, विज्ञापन मिले या ना मिले, लेकिन सच्चाई हम जरूर लिखेंगे!” और नेताजी, आप तो मस्त रहिए! आखिर पत्रकारों की फिक्र करने का ठेका आपका थोड़े ही ना है!

Author: Rajdhani Se Janta Tak
राजधानी से जनता तक न्यूज वेबसाइट के आलावा दैनिक अखबार, यूटयूब चैनल के माध्यम से भी लोगो तक तमाम छोटी बड़ी खबरो निष्पक्ष रूप से सेवा पहुंचाती है



