लाइवलीहुड कॉलेज, नक्सल पुनर्वास केंद्र और सक्षम कोचिंग के बच्चों से हुए रूबरू, बच्चों के उत्साह और प्रयासों की सराहना

नवीन दांदडें जिला प्रमुख
सुकमा- छत्तीसगढ़ शासन जनसम्पर्क विभाग और बस्तर संभाग के संयुक्त तत्वावधान में संचालित “बस्तर राइजिंग” अभियान ने रविवार को सुकमा जिले की यात्रा की शुरुआत की। यह विशेष अभियान पहले ही कांकेर, नारायणपुर और कोण्डागांव जिलों का भ्रमण कर चुका है। सुकमा आगमन पर अभियान की टीम ने जिले के विकास, शिक्षा और पुनर्वास से जुड़ी योजनाओं का अवलोकन किया तथा स्थानीय युवाओं और बच्चों से संवाद स्थापित किया।
टीम ने सबसे पहले पोटाकेबिन मुरतोण्डा का दौरा किया, जहां उन्होंने बच्चों से आत्मीय बातचीत की और उनके अध्ययन, रचनात्मक गतिविधियों तथा सुविधाओं का जायजा लिया। टीम के सदस्यों ने बच्चों की कक्षाओं, मेराकी क्लास और लाइब्रेरी का निरीक्षण करते हुए शिक्षकों से भी बातचीत की। उन्होंने बच्चों के आत्मविश्वास और उत्साह की सराहना करते हुए उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करने की प्रेरणा दी।
इसके पश्चात टीम ने लाइवलीहुड कॉलेज सुकमा का अवलोकन किया। यहां उन्होंने युवाओं को दिए जा रहे कौशल विकास प्रशिक्षणों की जानकारी ली। प्रशिक्षणार्थियों से संवाद के दौरान टीम ने कहा कि कौशल विकास से युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
इसके बाद टीम नक्सल पुनर्वास केंद्र पहुंची, जहां उन्होंने आत्मसमर्पित नक्सलियों से संवाद किया और उनके जीवन में आ रहे सकारात्मक बदलावों को जाना। टीम ने केंद्र में संचालित पुनर्वास कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल समाज में शांति और विश्वास स्थापित करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
अभियान की अगली कड़ी में टीम सक्षम कोचिंग सेंटर पहुंची, जहां वे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से मिले। टीम ने विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए कहा कि सशक्त समाज की नींव शिक्षा से ही रखी जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को मेहनत और अनुशासन के साथ अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसर रहने का संदेश दिया।
बस्तर राइजिंग की यह सात सदस्यीय टीम ‘प्लेसेज ऑफ पॉसिबिलिटीज़’ के संस्थापक प्रतुल जैन के नेतृत्व में कार्य कर रही है। उनके साथ परीना सिंघल, पलक चौधरी, आयुषी कपूर, निष्ठा जोशी, सदफ अंजुम और फ्रानो डिसिल्वा शामिल हैं। टीम के सदस्यों को शिक्षार्थ फाउंडेशन के श्री आशीष श्रीवास्तव ने सुकमा जिले की सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर टीम के सदस्यों ने कहा कि बस्तर राइजिंग का उद्देश्य बस्तर संभाग में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन, नवाचारों और जनसहभागिता के उदाहरणों को देश-दुनिया तक पहुंचाना है। उन्होंने सुकमा जिले में शिक्षा, कौशल विकास और पुनर्वास के क्षेत्र में हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि यहां के युवाओं में अपार संभावनाएं हैं जो बस्तर को नई दिशा दे रही हैं।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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