रायपुर/बीजापुर। बीजापुर जिले के दो उत्कृष्ट शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए रायपुर में राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान राज्यपाल रामेन डेका एक विशेष समारोह में प्रदान किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, शिक्षा मंत्री गजानंद पटेल, और शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

जिन शिक्षकों को सम्मानित किया गया, उनमें शासकीय हिंदी माध्यम हाईस्कूल, ईटपाल के व्याख्याता (एलबी) अरुण कुमार सिंह और बालक आश्रम, एडवली के प्रधान पाठक जगदीशवर तोरम शामिल हैं।
अरुण सिंह पिछले 20 वर्षों से शिक्षा को छात्रों के लिए अधिक रोचक और प्रभावी बनाने के लिए काम कर रहे हैं। वे कमजोर छात्रों को अतिरिक्त समय देते हैं ताकि वे आत्मविश्वास हासिल कर सकें और अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
दूसरी ओर, जगदीशवर तोरम बीते 35 वर्षों से आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार कर रहे हैं। उन्होंने शिक्षा को सामाजिक बदलाव का एक शक्तिशाली माध्यम बनाया है और अनगिनत वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रयासों ने कई जिंदगियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
दोनों शिक्षकों के काम को प्रेरणादायक माना गया है और वे शिक्षा के क्षेत्र में दूसरों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में उभरे हैं।
इस उपलब्धि पर, जिला शिक्षा अधिकारी जी.एस. धनेलिया, विकासखंड शिक्षा अधिकारी डालेन्द देवांगन, और सेजेस हिंदी माध्यम हायर सेकेंडरी स्कूल, बीजापुर के प्राचार्य प्रभाकर राज शर्मा सहित कई अधिकारियों, शिक्षकों, और शहरवासियों ने उन्हें बधाई दी है।
अरुण सिंह ने इस सम्मान के लिए अपने गुरुजनों,परिवार, मित्रों, स्कूल के शिक्षकों, और उन सभी छात्रों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके काम में सहयोग किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान को दर्शाता है, बल्कि बीजापुर जिले में शिक्षा के प्रति समर्पण को भी उजागर करता है।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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