राजधानी से जनता तक कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में प्रशासनिक कार्यशैली को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। भाजपा के वरिष्ठ कद्दावर नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कलेक्टर अजित बसंत पर संवैधानिक शक्तियों के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। कंवर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को एक विस्तृत पत्र लिखकर तीन दिनों के भीतर कलेक्टर का स्थानांतरण करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांग पूरी न होने पर वे जनता के समर्थन के साथ धरना-प्रदर्शन करेंगे।

कंवर ने अपने पत्र में कहा कि कोरबा जिले में कलेक्टर के पद पर रहते हुए अजित बसंत ने कई बार भाजपा कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों को निशाना बनाया। उन्होंने लिखा कि स्थानीय लोगों के घरों और संपत्तियों पर चयनित कार्रवाई, अवैध कब्ज़ों के नाम पर दबाव डालना, और विरोधियों को परेशान करना लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
पूर्व मंत्री ने 14 बिंदुओं के माध्यम से कई घटनाओं का हवाला दिया। कंवर ने आरोप लगाया कि खनिज न्यास निधि (DMF) की राशि का गलत तरीके से उपयोग किया गया और मुआवजा वितरण में गड़बड़ी कर करोड़ों रुपये का फर्जी भुगतान किया गया।
कंवर ने बताया कि जिले के कई पीड़ित ग्रामीण और भाजपा कार्यकर्ता उनके समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि यदि शासन ने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया तो वे जनता के साथ सड़कों पर उतरेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन करेंगे।
प्रशासन की ओर से प्रतिक्रिया का इंतजार
इस पूरे प्रकरण पर अब तक कोरबा जिला प्रशासन या कलेक्टर अजित बसंत की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पूरे मामले में सियासी हलचल तेज हो गई हैं।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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