110 किलोमीटर पैदल चलकर जाते है माँ चंद्रहासिनी की चरणों में माथा टेकने

जांजगीर। नवरात्रि के पावन पर्व पर जांजगीर जिले से प्रत्येक वर्ष जांजगीर के आस पास क्षेत्रों से प्रत्येक वर्ष 110 किलोमीटर पैदल सफर कर माँ चन्द्राहासिनी की दर्शन कर वापस जांजगीर आते है।
जांजगीर से पदयात्रा का सफर 15 वर्ष पूर्ण हो चुका श्रद्धालु माँ भगवती देवी दाई मंदिर से चांपा समलेश्वरी दाई,सक्ती महामाया मंदिर, अडभार अष्टभुजी से पदयात्रा दर्शन करते हुए चंद्रपुर माँ चंद्रहासिनी में दर्शन करते है। जांजगीर से श्रद्धालु 06 अक्टूबर से प्रारंभ कर 08 अक्टूबर को जांजगीर वापस आए।
जांजगीर से पदयात्रा में सामिल श्रद्धालु छोटे लाल श्रीवास , बबलू श्रीवास ,विनोद निर्मलकर ,दीपक श्रीवास ,गौरव निर्मलकर , लालू राठौर ,वासु निर्मलकर ,लोकेश राठौर ,प्रिन्स श्रीवास ,प्रेम श्रीवास ,शत्रुहन बरेठ , विक्की राठौर , मानु राठौर ,संजू सोनी ,दादू यादव ।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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