राजधानी से जनता तक रायगढ़– लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में टिकट को लेकर छिड़ा द्वंद्व दिनों दिन दिलचस्प होता जा रहा है। मौजूदा विधायक चकधर सिंह सिदार की स्वाभाविक दावेदारी, पूर्व सांसद नंदकुमार साय की लैलूंगा की राजनीति में गहरी दिलचस्पी और पूर्व विधायक हृदयराम राठिया के कांग्रेस प्रवेश के बाद अब सुरेन्द्र सिंह सिदार भी खुलकर मैदान में आ गए हैं। सुरेन्द्र सिदार ने टिकट पर सशक्त दावेदारी की है। सुरेन्द्र अपने संपर्क सूत्रों को खंगालने के अलावा ग्राऊण्ड लेबल पर भी पसीना बहा रहे हैं।
लैलूंगा विधानसभा सीट में प्रत्याशी चयन के सवाल पर भारी खदबदाहट है। एक ओर जहां विधायक चक्रधर सिदार अपनी टिकट को लकर पूरी तरह से आशान्वित हैं और उन्होंने डोर-टू-डोर जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। विधायक चक्रधर जमीनी स्तर पर भी अपने पंचवर्षीय कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर जनता से रूबरू हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विधायक के विरोधी चक्रधर सिदार की राह में कांटे बिछाने पर आमादा हैं। नंदकुमार साय व हृदयराम राठिया व सुरेन्द्र सिदार चक्रधर की टिकट पर बे्रक लगाने की नीयत से एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि हृदयराम राठिया, सुरेन्द्र सिदार व श्रीमती विद्यावती कुंजबिहारी सिदार ने आपस में हाथ मिला लिये हैं। इन तीनों नेताओं में इस बात पर सहमति बनी है कि हम तीनों में से किसी को प्रत्याशी बनाया जाए लेकिन चक्रधर को किसी भी सूरत में उम्मीदवार नहीं बनाया जाए। इन सबके इतर, सुरेन्द्र सिदार ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। उनके एक्टिव मोड में आने के सबब भी साफ है और मायने भी स्पष्ट हैं।