राजधानी से जनता तक । रायपुर । पुरानी बस्ती क्षेत्र को अब शहरवासी गड्ढा बस्ती के नाम से जानने लगे हैं. बीते एक वर्ष से बूढेश्वर चौक से लाखेनगर नगर के बीच अमृत मिशन पाइप लाइन, अंडरग्राउंड केबल के नाम से गड्ढे तो खोदे जा रहे हैं, जिसके चलते वहां के रहवासी पेयजल व धूल से परेशान हैं, हालांकि सड़क में दो-तीन बार पानी का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन उसमें भी वाहन चालक फिसल कर गिर रहे हैं. इसे लेकर स्थानीय पार्षद व मोहल्लेवासी आंदोलन की तैयारी में हैं. वहीं सत्यमेव जयते फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. एक तरफ पूरे शहर की दुर्गा प्रतिमा पुरानी बस्ती के रास्ते महादेव घाट विसर्जन कुंड जाती है. लेकिन अभी भी इस मार्ग में नाम मात्र के पेंचवर्क किए गए हैं और सड़कों की खुदाई चल ही रही है, जिसके कारण पिछले 15 दिनों से रहवासी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं
धूल के साथ व्यापार नहीं
सड़कों की खुदाई चल रही है, जिसके चलते एक तरफ लीली चौक, मुरली मंदिर, बरईपारा, अमीनपारा, पुरानी बस्ती थाना के आसपास रहने वाले लोग एक वर्ष से पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं, वही मुख्य मार्ग में कपड़े, किराना, मिठाई सहित कई दुकान संचालित है. अभी धूल के गुब्बारे के कारण व्यापारी परेशान हैं. इसे लेकर मोहल्लेवासी निगम कमिश्नर व स्थानीय पार्षद से मुलाकात भी की है. फिर भी अभी तक पेयजल की समस्या दूर नहीं हुई है. नगर निगम अधिकारी स्मार्ट सिटी पर आरोप लगाते हैं, तो स्मार्ट सिटी के अधिकारी निगम पर. निगम के निदान पोर्टल पर भी शिकायत की गई है, जिसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. गणेश उत्सव के समय पुरानी बस्ती थाने के सामने सितंबर में केबल बिछाने के लिए गड्ढे खोदे जाने के कारण चावल से भरा ट्रक पलटते हुए बच तो गया.
Author: Rajdhani Se Janta Tak
छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय होता हुआ राजधानी से जनता तक दैनिक अखबार के साथ न्यूज पोर्टल, यूटयूब चैनल,जो दिन की छोटी बड़ी खबरों को जनमानस के बिच पहुंचाती है और सेवा के लिए तत्पर रहती है dainikrajdhanisejantatak@gmail.com