छुईखदान के छिंदारी जलाशय के नथेला उलट के पास देखा गया शावक संग मादा तेंदुआ

दीनदयाल यदु जिला ब्यूरो चीफ
छुईखदान ! जिला: खैरागढ़ के केसीजी जिले में स्थित रानी रश्मिदेवी जलाशय के नथेला क्षेत्र में एक मादा तेंदुआ और उसके शावकों का साम unexpected visit से सुरक्षा और प्रेम का आदान-प्रदान कर रहा है। जबकि प्राकृतिक सौंदर्य में बहुत ही उत्साहपूर्ण माहौल है, वहीं ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल भी बन रहा है। ग्रामीण ने वन्य पशुओं की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी भी सुरक्षा की मांग की है, और इसके लिए वन विभाग से मदद की मांग की है।
छुईखदान से बकरकट्टा मार्ग तक का क्षेत्र, जहां यह घटना हुई है, अब ग्रामीणों के लिए सुरक्षित नहीं हो सकता। इस मादा तेंदुआ और उसके शावकों का विचारण करते हुए पाँच दिन हो गए हैं, लेकिन अब तक किसी भी क्षति की रिपोर्ट नहीं हुई है। ग्रामीणों ने सुरक्षा उपायों के लिए वन विभाग की ओर से मदद मांगी है, ताकि इस दंपत्ति को किसी भी खतरे से बचाया जा सके।
श्यामपुर निवासी पिन्टू सेन ने बताया कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ डेम की ओर यात्रा की थी, जब उन्होंने इस मादा तेंदुआ और उसके शावकों को देखा। ग्रामीणों ने विडियो बनाया है, जो इस घटना को साझा करता है। इससे स्थानीय लोगों में आश्चर्य और चिंता की बातें हो रही हैं, क्योंकि वहां रहने वाले लोगों के लिए सुरक्षा मुद्दा बन गया है
इस मामले में वन विभाग को बड़ी जवाबदारी महसूस हो रही है, ताकि सुरक्षा और संरक्षण की योग्यता में सुधार किया जा सके। इसमें मानव संसाधन सहित वन्य संसाधनों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जा रहा है, ताकि इस क्षेत्र में वन्यप्राणी संपदा की सुरक्षा हो सके।
यह घटना दिखाती है कि वन्य संसाधनों की सुरक्षा में जनता को जागरूकता की आवश्यकता है। ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए, सरकार और वन विभाग को इस मामले में सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि यह वन्य संसाधन सुरक्षित रह सके और ग्रामीणों को भी सुरक्षा प्रदान की जा सके।
