जर्जर सडको के गड्ढे को लेकर नगर निगम प्रशासन उदासीन

रायगढ़ । निगम के बाहरी इलाकों में सड़क की स्थिति बदतर होती जा रही है। चाहे विजय पुर चौक से इंदिरा विहार तक या शालिनी स्कूल रोड से कृषि विश्वविद्यालय तक बनी सड़क सभी जगह जर्जर हो चुकी है। लेकिन शासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों में इसको लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। निगम क्षेत्र के सड़कों की हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है। इसको लेकर नगर पालिका निगम निगम गंभीर नजर नहीं आ रहा है। इस बात से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया है। कई बार सड़क को लेकर के कई संगठनों द्वारा आंदोलन किया जा चुका है। लेकिन फिर भी इन क्षेत्र के सड़कों के प्रति नगर निगम का उदासीन रवैया बना हुआ है। शहरी सीमा से लगे वार्ड नंबर 47 विजयपुर चौक से इंदिरा विहार तक की सड़कों की हालात बहुत ही बुरी हो चुकी है। सड़के पूरी गड्ढों से पट चुकी है। सड़कों में बने गड्ढों से लोगों को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आए दिन इन सड़कों पर कोई न कोई दुर्घटना घटित हो ही रही है।
वैसे तो शहर की सड़कों की हालात कुछ खास अच्छी नहीं है। लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे है जहां कि स्थिति बहुत ज्यादा ही खराब हो चुकी है। सड़कों पर सभी तरफ गड्ढे बने हुए हैं। इस क्षेत्र के वासी अपनी समस्याओं के लिए नगर निगम प्रशासन से गुहार कर करके थक चुके हैं। लोग लगातार इस क्षेत्र के परेशानियों के लिए नगर निगम से गुहार लगा रहे है। लेकिन नगर निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। कुुछ खराब सड़कों में कुछ ऐसी सड़कें जो कि अपनी अंतिम सांसे ले चुकी है। लेकिन फिर भी उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में तमाम सड़कें जर्जर हैं और उनका टेंडर होने के बाद भी बनाया नहीं जा रहा। सड़क जर्जर होने के चलते लोगों को खासी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। नगर पालिका की ओर से टेंडर होने का हवाला दिया जाता है, लेकिन निर्माण कार्य कब होगा। इसकी सही जानकारी नहीं है। जगह-जगह बड़े और छोटे गड्ढे लोगों के लिए समस्या का कारण बन रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीर भी परेशानी उठाते हैं।
विजयपुर चौक से इंदिरा विहार तक जाने वाली सड़क जगह-जगह से उखड़ गई है। जिससे वाहनों का निकलना मुश्किल होता है। । ऐसा ही हाल नगर की ज्यादातर सड़कों का है। नगर पालिका निगम अधिकारी के अनुसार कई सड़कों का टेंडर हो गया है। जल्द निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। अब सवाल उठता है कि निर्माण कब होगा। जबकि यह सड़कें 1वर्ष से खराब पड़ी हैं। जहां मरम्मत कराई गई थी वह भी सड़कें उखड़ गईं। चुनाव से पहले सड़क पर लीपा पोती कर गड्ढे भरे गए थे, लेकिन अब फिर से गड्ढे हो गए हैं। पैदल निकलना भी मुश्किल होता है। वाहन चालकों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग का निर्माण किया जाना चाहिए। विजयपुर चौक से इंदिरा विहार तक की पूरी सड़क पर छोटे-बड़े गड्ढे बने हैं। इन गड्ढों से कई बार हादसे भी हुए हैं। नगर पालिका के कर्मचारी व कई शासकीय कर्मचारी मार्ग से आना जाना करते है इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया। जबकि सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है काफी समय से सड़क की हालत जर्जर है। अधिकारियों के वाहन भी इसी मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन अब तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस खराब सड़क से आने जाने वाले रहागीर व वार्ड वासीयों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
शालिनी स्कूल से लेकर से कृषि विश्वविद्यालय रोड
शालिनी स्कूल से लेकर से कृषि विश्वविद्यालय रोड तक बने मार्ग की कुल लंबाई लगभग 1 किमी है। इस सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है।इस मार्ग की बदहाली के कारण कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी है। जिनसे वाहन चालकों के साथ ही सड़क में आवागमन करने वाले आमजन भी दुर्घटना के शिकार होते हैं। हालांकि विभिन्न राजनैतिक पार्टियों एवं छात्र संगठनों द्वारा इस मार्ग की बदहाली को दूर करने के लिए शासन को आगाह किया जाता रहा है। बावजूद इसके प्रशासन की उदासीनता से इस मार्ग का कायाकल्प अधर में ही लटका है।आमजन इस मार्गपर आवागमन करने को लाचार है। इस रास्ते में बड़े-बड़े वाहनों की आवाजाही होती है।जिससे कि खतरा और भी बढ़ जाता है।
बड़े वाहनों से खराब हो रही सड़क
इन सभी सड़कों पर उद्योगों के बड़े वाहन चलते हैं, जिससे सड़कें जल्दी खराब हो जाती है। चूंकि ये सड़कें निगम के क्षेत्र में आती हैं इसलिए उद्योगों द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है। निगम व उद्योगों के इस खेल में शहरवासी परेशान होते है।
कई बार किया जा चुका है पेंच वर्क
कई बार सड़कों पर पेंच वर्क के कार्य भी किये गये है। लेकिन स्थानीय लोगो का कहना है कि कुछ दिनों के बाद ही सड़कों की हालात जस की तस हो जाती है। पेंच वर्क कार्य केवल औपचारिकता पूरी करने की जाती है।
विजयपुर के स्थानीय निवासीयों ने बताया की= विजयपुर चौक से इंदिरा विहार तक की मार्ग अब चलने लायक नहीं बची है इस मार्ग पर 24 घंटा बड़ी वाहनों की आवा जाहि रहती है यह मार्ग पिछले 1 साल से अपनी जर्जरता पर आंसू भर है लेकिन विडंबना यह है कि नगर निगम के अधिकारी इस रोड की जर्ज़रता को देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं यह मार्ग कब बनेगा कोई गारंटी नहीं है सब भगवान भरोसे है
क्या कहते हैं वार्ड पार्षद 47 पदुमलाल प्रजा
मैंने कई बार मौखिक रूप से निगम प्रशासन को अवगत कराया है लेकिन अभी तक निगम प्रशासन की ओर से संज्ञान नहीं लिया गया है

Author: Rajdhani Se Janta Tak
छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय होता हुआ राजधानी से जनता तक दैनिक अखबार के साथ न्यूज पोर्टल, यूटयूब चैनल,जो दिन की छोटी बड़ी खबरों को जनमानस के बिच पहुंचाती है और सेवा के लिए तत्पर रहती है dainikrajdhanisejantatak@gmail.com