विरोध – हिंदुस्तान में रहना होगा,जय श्री राम कहना होगा का नारे लगाकर नगर के युवाओं ने किया समारोह भंग

शहीद नगरी के सनातनियो द्वारा संत रामपाल के सत्संग प्रवचन समारोह का किया गया विरोध कहा की सनातन विरोधी कोई गतिविधि नही चलेगी
दीनदयाल यदु/जिला ब्यूरो चीफ
छुईखदान ! दिनांक 14 जनवरी को संत रामपाल के अनुयायियों ने छुईखदान में सत्संग प्रवचन समारोह का आयोजन किया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित रहे विशाल शिष्य मंडल में संत रामपाल ने नशा मुक्ति और सामाजिक समस्याओं से दूर रहने के महत्वपूर्ण संदेशों को बातचीत किया।
प्रतिरोध और विरोध:
हालांकि छुईखदान शहीद नगरी के युवाओं ने इस प्रवचन समारोह का विरोध किया, कहा गया कि इससे सनातन धर्म और हिंदुत्व के परंपराओं के खिलाफ प्रवचन दिया जा रहा है। उन्होंने नारों के साथ कार्यक्रम को भंग करने का सामर्थ्य दिखाया और जय श्री राम की उम्र का सारांश दिखाते हुए सनातन विरोधी गतिविधियों का विरोध किया।
प्रशासनिक कदम:
रामपाल के शिष्यों ने आक्रोशित युवाओं के नारेबाजी और उपद्रवी गतिविधियों को देखकर सत्संग को स्थगित करने का निर्णय लिया। एसडीओपी श्री लालचंद मोहले के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें प्रशासन से सहयोग के लिए अनुरोध किया गया और नारेबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुजारिश की गई।
अपील और नामांकन:
शिष्यों ने एक ज्ञापन में सन्त रामपाल के अनुयायियों द्वारा शांति भंग करने वालों के नामों की भी गुजारिश की है। इसमें लता मांगे, खम्हन ताम्रकार, अर्जुन महोबिया, विक्रांत चंद्राकार, और अन्य नाम शामिल हैं।
आज मकर संक्रांति की पावन बेला पर संत रामपाल का सत्संग रिकॉर्डिड कार्यक्रम था जिसमे दहेज संबंधित नशा मुक्ति जैसे कुप्रथाओ को समाप्त करने के उद्देश्य से संबधित गाइड लाइन देना था जिसमे कुछ आसमजीक तत्वों के द्वारा हमरे कार्यक्रम मे आकर तोडफोड नारेबाजी कर कार्यक्रम को भंग किया गया इसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग करते है
दुष्यंत कुमार साहू छत्तीसगढ़ राज्य को ऑर्डिनटोर
संत रामपाल का सत्संग समारोह आयोजित किया गया था जिसमे कुछ लोगो ने विरोध किया है जिसकी जांच की जायेगी
लालचंद मोहले एसडीओपी खैरागढ़
