आरोप प्रत्यारोप : भूपेश ने साधा संतोष पर निशाना,तो कांग्रेस नेता ही पूर्व मुख्यमंत्री को घेरा –
खैरागढ़ ! इस समय राजनांदगॉव लोकसभा में भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों में आरोप प्रत्यारोप का दौर जोर शोर से चल रहा है. एक तरफ कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय को लेकर चुटकीला अंदाज में संतोष पांडेय को घेरा है तो वही कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेश बघेल के खिलाफ कमेंट किया है.
आज भूपेश बघेल ने अपने फेसबुक में लिखा है की ” कहावत है कि ”संतोष” का फल मीठा होता है. लेकिन राजनांदगॉव की जनता कह रही है ”संतोष” का कुछ फल ही नहीं मिला” जैसे पोस्ट से राजनितिक गलियारों में थोड़ा हलचल आ गया है. इस दिनों भूपेश बघेल लगातार लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर चल रहे है जहा कार्यकर्ताओ से मेल मुलाकात का दौर जोरो पर है.
इधर जब भूपेश बघेल ने अपने फेसबुक पर कवर्धा पहुंचकर भोरमदेव मंदिर का फोटो फेसबुक में शेयर किया और लिखे जीतेंगे राजनांदगॉव तो कांग्रेस के ही एक बड़े नेता ने यह लिखा है की ”राजनांदगॉव जिले में आपको सब समझ गए है. अब आप किसी कांग्रेस के साथी को मुर्ख नहीं बना सकते आपके लोग अलग से है. आपको कार्यकर्ता से मतलब नहीं है. इसलिए इस बार आप चुनाव हार रहे है. उक्त बातें बघेल के लिए खैरागढ़ के कांग्रेस नेता ओम झा ने लिखा है.
इसके आलावा ओम झा ने दूसरे पोस्ट पर यह भी लिखा है की राजननदगॉव से 50 हजार, डोंगरगढ़ से 25 हजार, खैरागढ़ से 20 हजार , और कवर्धा से 35 हजार वोटो से हारने को लेकर कमेंट किया है. जिससे राजनितिक गलियारों में खलबली मच गई है.
उक्त पोस्ट को लेकर जब हमने ओम झा से टेलीफोनिक बात की तो उन्होंने अपने कमेंट को सही बताया और उन्होंने ये भी कहा भूपेश बघेल पांच साल तक कार्यकर्ताओ को कोई तवज्जो नहीं दिया। जब भी कोई कार्यकर्त्ता मिलने के लिए जाया करते थे तो समय की पाबन्दी बताकर मिलने से मन कर देते थे. जिससे अधिकांश कार्यकर्त्ता नाराज है.
झा ने यह भी कहा कि अब जब भूपेश बघेल राजनांदगॉव से लोकसभा का प्रत्याशी बना तो अचानक कार्यकर्ताओ की याद आने लगी है. हमें कांग्रेस के कोई आपत्ति नहीं है. आपत्ति है तो भूपेश बघेल से, हमने हमेशा कांग्रेस का हर दायित्व ईमानदारी के साथ पूरा किया है. मैंने प्रदेश सचिव,एनएसयूआई जैसे बड़े पदों पर काम किया है, लेकिन हमेशा उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है. ओम झा के मुताबिक बहुत जल्द ही राजनितिक में बड़ा बदलाव करने वाले है.हो सकता है की वे बड़े नेता के सामने भाजपा का दामन भी थाम ले.