जाहिद अंसारी
राजधानी से जनता तक. सूरजपुर/प्रतापपुर:– राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से इन दिनों कुछ साल से अमन दोन, बाबा पारा,मिशन रोड सहित कई जगह पर क्षेत्र में अवैध कब्जा अतिक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
प्रतापपुर के नगरीय क्षेत्र में लंबे समय से शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे का खेल बदस्तूर जारी है। पर राजस्व विभाग सब कुछ जानते हुए भी कार्रवाई के नाम पर मौन धारण किए हुए है। ऐसा नहीं है कि शासकीय भूमि पर चल रहे अवैध कब्जे की कोई शिकायत नहीं हुई है। शिकायतें तो होती हैं पर राजस्व विभाग कब्जा हटाने की कार्रवाई न करते हुए केवल संबंधितों से जुर्माना भरवाकर खानापूर्ति कर लेता है।
अब इसी क्रम में प्रतापपुर-अंबिकापुर मार्ग जिसे मुख्यतः खड़गवां रोड के नाम से जाना जाता है वहां स्थित मिशन चौक से थोड़ा सा आगे जाने पर बाईं ओर एक पुराना शासकीय भवन व गोदाम है जहां की करोड़ों रुपए की शासकीय भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का खेल बदस्तूर जारी है। गौरतलब है कि वर्षों पूर्व इस शासकीय भवन में कृषि विभाग का कार्यालय संचालित होता था साथ ही यहां मौजूद गोदाम का उपयोग कृषि विभाग द्वारा कृषि बीज व अन्य कृषि उपकरण रखने में किया जाता था। पर कुछ वर्ष पूर्व शासन ने नए बस स्टैंड के बगल में कृषि विभाग के लिए एक नए भवन का निर्माण कराया जहां कृषि विभाग को यहां से हटाकर स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद से ही यहां का शासकीय भवन व गोदाम दोनों उपयोगहीन अवस्था में पड़े हैं। इसी बात का फायदा अब अतिक्रमणकारियों द्वारा जमकर उठाया जा रहा है। गोदाम के सामने व उसके अगल बगल में मौजूद शासकीय भूमि पर कई लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर गुमटी व कच्चे मकान निर्मित कर लिए हैं। इतना ही नहीं अतिक्रमणकारी अपने बुलंद हौंसले का परिचय देते हुए अब गोदाम के बाईं ओर के हिस्से में बिलकुल सटाकर एक भवन का भी निर्माण कर रहे हैं। भवन निर्माण के लिए बकायदे नींव खोदकर पक्की दीवार भी उठाई जा रही है। कुल मिलाकर अवैध कब्जा कर गोदाम को चारों ओर से घेरा जा रहा है ताकि बाद में गोदाम को तोड़कर वहां की भूमि को भी कब्जा करने योग्य बनाया जा सके। वहीं कुछ अज्ञात लोगों ने जिस भवन में कृषि विभाग का कार्यालय संचालित होता था उसके कुछ हिस्से को तोड़कर उसमें लगे दरवाजे व खिड़कियां भी उखाड़ कर पार कर दी हैं। साथ ही भवन के सामने स्थित भूमि पर भी अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है। अब तो स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि पूरे भवन को ही धीरे धीरे तोड़कर जमींदोज किया जा रहा है ताकि वहां की भूमि पर भी कब्जा किया जा सके। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से भवन के चारों ओर तारबंदी भी की गई थी पर शातिर लोगो ने भवन के पीछे की तारबंदी को काटकर रास्ता बनाया और भवन में लगे खिड़की दरवाजों को पार कर दिया। बता दें कि गोदाम व भवन के चारों ओर बड़ी बड़ी झाड़ियां भी उगी हुई हैं। झाड़ियों की आड़ के कारण भी अतिक्रमणकारियों को अवैध कब्जे को अंजाम देने में काफी आसानी हो रही है। क्योंकि झाड़ियों के कारण दूर से देखने पर गोदाम व भवन पर जल्दी से किसी की भी नजर नहीं पड़ती है। अब तक भवन व गोदाम के आसपास की लगभग 50 डिसमिल से भी ज्यादा क्षेत्रफल की शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया गया है। कब्जा की गई भूमि का बाजार भाव करोड़ों में है। पर अभी तक इस अवैध कब्जे के खेल पर प्रशासन की नजर नहीं पड़ने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
कृषि विभाग ने झाड़ा पल्ला
बड़े ही आश्चर्य का विषय है कि जिस भवन में कृषि विभाग का कार्यालय संचालित होता था उस भवन के खिड़की दरवाजे चोरी हो गए पर कृषि विभाग ने जानकारी होने के बावजूद आज तक इस मामले की कोई भी सूचना पुलिस को नहीं दी और न ही भवन व गोदाम के सामने हुए अतिक्रमण की सूचना राजस्व विभाग को दी। इस संबंध में जब कृषि विभाग से जानकारी ली गई तो बताया गया कि पूर्व में वहां कृषि विभाग का कार्यालय संचालित होता जरुर था पर वहां की जमीन कृषि विभाग की नहीं है और न ही वहां निर्मित भवन व गोदाम कृषि विभाग के थे। फिर यह भवन व गोदाम आखिर किस प्रयोजन से बनाए गए थे इस सवाल का जवाब देने में भी कृषि विभाग ने असमर्थता जताते हुए मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया।
ललिता भगत एसडीम प्रतापपुर
इस विषय में एसडीएम ललिता भगत ने कहा कि जहां-जहां अवैध अतिक्रमण और कब्जा किया जा रहा है शासकीय भूमि पर तत्काल तहसीलदार राय पटवारी को निर्देशित कार्यवाही करने का अनुशंसा करती हू मामले की जांच कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार पुष्पराज पात्रे
तहसीलदार द्वारा बताया गया कि कहा कि जहां-जहां शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा, नगरीय अतिक्रमण एवं ग्रामीण क्षेत्र में अतिक्रमण है उस पर कार्यवाही की जाएगी।
Author: Mohan Pratap Shingh
Post Views: 55