भाजपा ने कवर समाज के चिंतामणि महाराज पर तो कांग्रेस ने गोड समाज से शशि सिंह पर जताया भरोसा
मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सूरजपुर/:– लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान में महज तीन से चार दिन शेष है ऐसे में देखा जाए तो कांग्रेस प्रचार में आगे दिख रही है। आपको बता दे की कांग्रेस अपने लोकसभा प्रत्यासी शशि सिंह के पक्ष में माहौल बनाने में सफल नजर आ रही है। कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रचार वाहनों के माध्यम से गांव गांव पहुंच कर अपने प्रत्यासी के पक्ष में मतदान कराने के लिए जनता को कह रही है व साप्ताहिक बाजारों में भी प्रत्यासी की गाड़ी खड़ी नजर आ रही है तो वही दूसरी ओर भाजपा की स्थिति इस संबंध में काफी कमजोर दिख रही है जहा भाजपा के न तो प्रचार वाहन दिख रहे है और न ही साप्ताहिक बाजार में भाजपा प्रत्यासी के वाहन खड़े दिखाई दे रहे है जिससे चुनाव प्रचार को लेकर बाजार में माहौल निर्मित हो सके यही कारण है कि बाजार में चुनावी भाषण बाजी न होने के कारण चुनावी सरगर्मी न के बराबर नजर आ रही है और लोगों को चुनाव से बहुत ज्यादा मतलब भी नहीं हो रहा है जबकि कार्यकर्ता और पार्टी के पदाधिकारी ही चुनावी माहौल बनाते है जब बाजारों में राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता भाषणों के रूप में एक दूसरे के ऊपर आरोप और प्रत्यारोप का झड़ी लगाते है तो जनता उनके भाषणों के सुनकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचती है लेकिन इन दिनों यहाँ कुछ भी ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। अगर कांग्रेस की माने तो अपने प्रचार वाहनों से चुनावी माहौल बनाने में सफल हो रही है तो भाजपा में अभी बैठकों का दौर जारी है और बैठक में महज वही कार्यकर्ता उपस्थित होते है और बात सुनकर जनता को कितना बताकर अपने प्रत्यासी के पक्ष में लाने के लिए सफल हो पाते है यह तो आने वाला समय बतायेगा लेकिन कांग्रेस इन सभी गतिविधियों के बीच में आगे दिखाई दे रही है।
कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला
आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सरगुजा लोकसभा संसदीय क्षेत्र में इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। छत्तीसगढ़ बनने के बाद लगातार लोकसभा चुनाव में मिल रही हार व बीते विधानसभा चुनाव में सुपड़ा साफ होने के बाद कांग्रेस के लिए करो या मरो की स्थिति है। उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में अभी भी मौसम “कूल-कूल” है। लेकिन चुनावी गर्मी भी ठंडा है। भाजपा और कांग्रेस मैदान में उतरकर चुनाव प्रचार में लगे है जहा भाजपा से कांग्रेस चुनाव प्रचार में आगे नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से भाजपा का है कब्जा लेकिन कांग्रेस प्रत्यासी शशि सिंह बिगाड़ेंगी खेल
छत्तीसगढ़ बनने के बाद इस संसदीय सीट में लगातार भाजपा ने बाजी मारी है किंतु इस बार मुकाबला कड़ा नजर आ रहा है। इसके पीछे कारण सिर्फ यही है कि कांग्रेस ने गोंड़ जनजाति के युवा नेत्री को चुनाव मैदान में उतार बड़ा दांव खेल दिया है। चार माह पूर्व विधायक रहे चिंतामणि महराज कंवर जनजाति से हैं जिन्हें भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। इसको लेकर भाजपा में ही अंदरखाने विरोध के स्वर उठ रहे हैं। खुलकर कोई विरोध नहीं कर रहा है पर पूर्व सांसदों व कई पदाधिकारियों ने चुनाव से दूरी बनाई है। हालांकि बैठकों में जरूर नजर आते हैं। भाजपा के प्रत्याशी चिंतामणि महराज खुद के चेहरे पर वोट न मांगते हुए मोदी की गारंटी और मोदी नाम को लेकर संसदीय क्षेत्र में जनता से वोट मांगते हुए नजर आ रहे है पर भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनका कितना साथ देंगे यह तो आने वाले समय बताएगा पर कांग्रेस के हिसाब से इस बार सब कुछ सकारात्मक दिख रहा है।
युवा चेहरा को प्रत्यासी बनाकर कांग्रेस ने बड़ी चुनौती पेश की
कांग्रेस की युवा नेत्री शशि सिंह को चुनाव मैदान में उतार कांग्रेस ने बड़ी चुनौती दी है। स्वच्छ छवि का लाभ मिल सकता है फिलहाल कोई राजनीतिक आरोप नहीं है, इसका लाभ कांग्रेस को मिल सकता है किंतु भाजपाइयों को मोदी नाम से सबसे बड़ी उम्मीद है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली,पानी, सड़क जैसे मुद्दे सामने आ रहे हैं और कांग्रेस प्रत्यासी शशि सिंह स्थानीय मुद्दों सहित न्याय योजना के लेकर जनता के बीच जाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने में सफल दिख रही है तो भाजपा प्रत्यासी चिंतामणि महाराज सिर्फ मोदी चेहरा के सहारे जनता के बीच पहुंचने और वहां के मठ, मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए प्रयास कर रहे है।
भाजपा को सनातन संस्कृति पर तो कांग्रेस को स्थानीय मुद्दों और न्याय योजना पर भरोसा
भाजपा प्रत्यासी चिंतामणि महाराज सनातन संस्कृति की बातें बता रहे हैं वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी शशि सिंह महिलाओं के बीच जाकर न्याय योजनाओं की जानकारी दे रहीं हैं। युवा प्रत्याशी होने के कारण युवाओं में उत्साह दिख रहा है जो कांग्रेस को उत्साहित कर रहा है जो राजनीतिक परिदृश्य इस समय सरगुजा लोकसभा सीट पर दिख रहा है उसमें भाजपा को अपनों का डर सता रहा है। कांग्रेस के हिसाब से अभी तक सब ठीक-ठाक दिख रहा है पर संसदीय क्षेत्र के इतिहास पर नजर डालें तो भाजपा को हमेशा सफलता मिली है जहां इस बार कांग्रेस में युवा चेहरा के नाते और भाजपा खेमे के अंदरूनी हिस्से में प्रत्याशी को लेकर नाराजगी के कारण भाजपा कांग्रेस प्रत्यासी और कार्यकर्ता उत्साहित नजर आ रहे है।
भाजपा प्रत्यासी पिछले 10 सालों के विकास को न बताकर मोदी की गारंटी और साय साय पर भरोसा तो कांग्रेस प्रत्यासी को पार्टी के घोषणा पत्र पर भरोसा
भाजपा को मोदी की गारंटी और छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री साय साय पर भरोसा तो कांग्रेस को न्याय योजना पर भरोसा दोनों ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में पुरजोर तरीके से सुबह से रात तक चुनाव प्रचार कर रहे हैं। भाजपा के प्रत्याशी जहां मोदी की गारंटी व विष्णु सरकार की महतारी बंदन योजना व केंद्र की बड़ी योजनाओं को बता रहे हैं वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में महिलाओं के खाते में प्रतिवर्ष एक लाख रुपये की न्याय योजना को प्रमुखता से लोगों तक पहुंचाने में लगीं हैं। इन योजनाओं का पर्चा भी मतदाताओं को उपलब्ध करा रही हैं।
गोंड़ जनजाति कांग्रेस के लिए होगी निर्णायक
सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक मतदाता गोंड़ जनजाति के हैं यही कारण है कि भाजपा ने वर्ष 2009 से लगातार गोंड़ जनजाति के प्रत्याशी को मौका दिया है और सफलता मिली है। इस बार भाजपा ने कंवर जनजाति के चिंतामणि महराज को उतारा है जो लोकसभा क्षेत्र की दूसरी बड़ी जनजाति से आते हैं। कांग्रेस ने गोंड जनजाति की शशि सिंह को चुनाव में उतरकर बड़ा दांव खेला है। कुछ दिनों पूर्व ही गोंड़ जनजाति का सम्मेलन आयोजित हुआ जिसमें न सिर्फ कांग्रेस से जुड़े गोंड़ जनजाति के जनप्रतिनिधि बल्कि भाजपा के पूर्व विधायक पूर्व सांसद भी शामिल हुए और सामाजिक एकता का संकल्प लिया है। यह संकल्प चुनाव में किस करवट लेगा इसे देखना होगा। भाजपा भी इस बैठक को लेकर चिंतित है।
हम दोनों राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यासी कांग्रेसी है
चुनावी मैदान में भाजपा ने माह भर पहले टिकट देकर कांग्रेस से आए चिंतामणि महाराज को मैदान में उतार दिया था पर जैसे ही कांग्रेस ने शशि सिंह को उतारा संसदीय क्षेत्र में यह सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया। भाजपा की प्रत्याशी हर जगह जाकर चिंतामणि महराज को कांग्रेसी बता रहीं हैं, वह यह भी कह रहीं हैं कि हम दोनों कांग्रेसी हैं, आपको सच्चे कांग्रेसी को चुनना है। भाजपा प्रत्याशी का दल बदल चुनाव में भारी पड़ रहा है। अब तक हुए चुनाव प्रचार में विकास का मुद्दा एक तरफ और दल बदल का मुद्दा एक तरफ दिख रहा है। यह चुनाव परिणाम पर बड़ा असर डाल सकता है।
भाजपा के बड़े शीर्ष नेताओं ने तो कांग्रेस के प्रदेश और स्थानीय नेताओं ने संभाला है मोर्चा
सरगुजा लोकसभा क्षेत्र में अब तक भाजपा के जिन बड़े नेताओं ने मोर्चा संभाला है उनमें महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल प्रमुखता से शामिल हैं। कांग्रेस की ओर से पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के सरगुजा आने के बाद कांग्रेस सक्रिय नजर आ रही है। सिंहदेव लोकसभा क्षेत्र के तीनों जिले में बैठक ले चुके हैं जिसमें बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल हो चुके हैं वहीं अब ब्लाक स्तरीय बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है जहा राजस्थान के पूर्व उप सचिन पायलट ने सरगुजा लोकसभा में चुनावी प्रचार करके चुनावी समीकरण ही बदल दिया है वही भाजपा लोकसभा चुनाव में कुछ दिन मिली परमिशन के वाहनों से चुनावी प्रचार के लिए जनता के बीच पहुंच कर इतिश्री करती नजर आ रही है।