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जगन्नाथपुर महान 3 जांच के नाम पर पहुंची डीजीएमएस की टीम के कार्यप्रणाली क्यों है संदेह के दायरे में ?

क्या डीजीएमएस की टीम जगन्नाथपुर महान – 3 ओपन कास्ट परियोजना के संबंधित अधिकारियों को उपस्थिति के पूर्व ही दे दी थी सूचना ताकि सतर्क हो जाए अधिकारी ?
सूत्रों से मिली खबर डीजीएमएस टीम की उपस्थिति के 12 घंटे पूर्व जगन्नाथपुर महान – 3 ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में कार्यरत चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के टीम के द्वारा आपने ठेका मजदूरों को दिया गया था डीजीएमएस के रहने तक सतर्क रहने का दिशा निर्देश
सूत्रों की मानें तो डीजीएमएस टीम की उपस्थिति के 12 घंटे पूर्व चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिकारियों के द्वारा ठेका मजदूरों के लिए 12 बिंदुओं पर जारी किए गए थे दिशा निर्देश
मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सुरजपुर/भटगांव:– जिला के अंतर्गत भटगांव एसईसीएल भटगांव क्षेत्र मानो भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है और भटगांव एसईसीएल क्षेत्र भ्रष्टाचार का एक सुरक्षित अड्डा है जहा जांच एजेंसियों का एक परिंदा भी पर नहीं मारता क्योंकि ऐसे किसी भी प्रकार के चांच एजेंसियो को रोकने के लिए एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार मानों एक मजबूत दीवार की तरह खड़े हुए है जहा कोई भी जांच एजेंसी हो जो शिकायत संबंधी जांच करने आती है, खदान में हो रहे गलत कार्यों को पकड़ने आती है वो जांच एजेंसियां महाप्रबंधक प्रदीप कुमार जैसे मजदूर दीवार को पार कर ही नहीं पाती क्योंकि उपस्थित होने से कुछ घंटे पहले ही जांच एजेंसियां संबंधित अधिकारियों को सूचित कर देती है और जांच के लिए जब पहुंचती है तब दिखावे के लिए मात्र खानापूर्ति कर एसईसीएल महाप्रबंधक प्रदीप कुमार के समक्ष जांच नतमस्तक होकर वापस चलती बनती है ऐसा ही कुछ मामला एक सप्ताह पूर्व 30 मई को किया जाना संज्ञान में आया है जहा डीजीएमएएस जांच टीम के पहुंचने से पहले ही संबंधित खदान व कंपनी को सूचित कर दिया जाता है जिसके कारण खदान में कार्यरत चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अपनी सारी कमियों को व्यवस्थित कर लेती और जांच एजेंसी डीजीएमएस सिर्फ खाना पूर्ति करके वापस लौट जाती है।
सब कुछ गाइड लाइन के तहत तो क्यों करना पड़ा कंपनी को रात 10.4 मिनट पर दिशा निर्देश जारी ?
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र अंतर्गत जगन्नाथपुर महान – 3 ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को लगभग 7 सालों का काम मिला हुआ है वही कार्यरत कंपनी द्वारा एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव प्रदीप कुमार के सहयोग से एसईसीएल के नियमो को धज्जियां उड़ाते हुए कार्य कर रहा जिसमे कही न कही स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन, शासन और संबंधित जांच एजेंसियों का सहयोग मिला हुआ है तभी तो कंपनी सारे नियमों को ताक पर रखकर ठेका मजदूरों से कार्य करा रही है जिन मजदूरों का न पीएमई, वीटीसी है और ना ही मजदूरों को किसी प्रकार का सुरक्षा उपकरण प्रदान किया जाता है ठीक है मजदूरों को एसईसीएल के नियमों के तहत और न ही एलपीसी दर पर वेतन दिया जा रहा है जहा लगभग एक भी नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है फिर भी तमाम जांच एजेंसी, शासन, प्रशासन हो किसी की आंखों में दिखाई नहीं दे रहा जहां ऐसे भ्रष्टाचार पर रोक लगाया जा सके और जब जांच के नाम पर खानापूर्ति करने के लिए एजेंसियां पहुंचती है खदान तो पहुंचने से पहले ही कंपनी को सूचित कर दिया जाता है कि सतर्क हो जाओ तभी तो कंपनी के द्वारा इन 12 बिंदुओं के तहत ऐसा देश जारी करना पड़ता है।
दिशा निर्देश जारी कर चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड ही कबूल रही है भ्रष्टाचार को
जिस तरह से आनन फानन में रात 10. 4 मिनट पर चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी खदान में डीजीएमएस के आने से पहले अपने बचाव के लिए नियम बताते हुए दिशा निर्देश जारी करती है और जिस प्रकार ठेका मजदूरों को रहने, कार्य करने, कोयला लोड करने, किस प्रकार से गाड़ी चलाना है ऐसे दिशा निर्देशों को पढ़कर कोई भी समझ सकता है कि एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में क्या चल रहा है जगन्नाथपुर महान – 3 ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में क्या चल रहा है बड़े-बड़े अधिकारी जिसमें महाप्रबंधक भटगांव प्रदीप कुमार ही प्रमुख रूप से संरक्षण प्रदान किए हुए हैं फिर अन्य जांच एजेंसियों की बात ही क्या कहना।
ये रहे चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा जारी दिशा निर्देश
ट्रेलर लोडिंग एरिया में कोयला नही होना चाहिए, ट्रेलर सुबह 6 बजे से 2 बजे तक बंद रहना चाहिए, ⁠रोड भीगा हुआ होना चाहिए ताकि डस्ट ना उड़े, अपना कोई भी व्यक्ति सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक कांटा रूम में नही जाना चाहिए, ⁠हमारे सभी ड्राइवर भाईयो को मालूम होना चाहिए की कौन सा कोयला और कौन सा ग्रेड गाड़ी में लोड है, ⁠सभी शिफ्ट इंचार्ज कोयले का क्वालिटी और फेस क्लीनिंग करके ही कटिंग वर्क करना है, ⁠सभी लोडर ऑपरेटर को सुनिश्चित करना है कि हिप लोडिंग नही करना है, ⁠शिफ्ट इंचार्ज सुनिश्चित करेंगे कि जो गाड़ी जिस कोयले के लिए एलाऊ है उसमे वही कोयला डाले, शिफ्ट इंचार्ज सुनिश्चित करेंगे कि रिजेक्ट मेट्रियल और मिट्टी कोयले के अगल बगल में ना रहे, ⁠लोडर ऑपरेटर और शिफ्ट इंचार्ज सुनिश्चित करे कि गाड़ी में 30 टन से अधिक या कम माल लोड ना करे जिससे अतिरिक्त कोयला खाली करने में कोई कठिनाई ना हो, ⁠शिफ्ट इंचार्ज सुनिश्चित करे की सभी ड्राइवर अपनी सेफ्टी बेल्ट लगा कर और निर्धारित स्पीड में गाड़ी चले,  कांटा सुपरवाइजर सुनिश्चित करे कि खाली गाड़ी और लोड गाड़ी सभी कतार से कांटा पर चले।
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र अंतर्गत सचालित जगन्नाथपुर महान – 3 ओपन कास्ट प्रोजेक्ट सहित कोल परिवहन में जहा दर्जनों खामियां कंपनी खुद जाहिर कर रही है जहा मजाल है की एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव प्रदीप कुमार, डीजीएमएस, विजीलेंस, स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन की नजर इन गलत कार्यों पर पड़े जहां कंपनी खुद उन कमियों को सही करने के लिए दिशा निर्देश जारी कर रही है हो रहे भ्रष्टाचार पर खुद ही मोहर लगा रही है लेकिन क्यों पड़ेगी जिम्मेदारों की नजर जहां बात कमीशन की हो जहा नीचे से लेकर ऊपर तक साठ गाठ हो फिर कार्यवाही कैसे जहा मजबूत दीवार के रूप में एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव प्रदीप कुमार खड़े हो ?

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