विशेष कवरेज……… क्या अधिकारियों के मनमानी और भ्रष्टाचार का अखाड़ा बना एसईसीएल भटगांव क्षेत्र ?
E5 से E6 में पदोनत्ती के पश्चात एसईसीएल से एमसीएल में स्थानांतरण होने के बाद भी एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में किसके आदेश पर कार्य कर रहे सुधीर कुमार ?
एसईसीएल से एमसीएल में हुआ था E5 से E6 में प्रमोशन होने के बाद स्थानांतरण, क्या एसईसीएल महाप्रबंधक प्रदीप कुमार का मिला खुला संरक्षण ?
मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सुरजपुर/भटगांव:– कोल इंडिया कंपनी, भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आता है तथा विभिन्न उपक्रमों में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण व कार्यभार के संदर्भ में नियम कानून व नीतियों का निर्धारण तय किया गया है। जिसका पालन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने कि जिम्मेवारी कोल इंडिया व उपक्रमों में उच्च अधिकारियों की है। परंतु एसईसीएल में अंधा कानून का राजपाठ चल रहा है जहा एसईसीएल भटगांव के महाप्रबंधक प्रदीप कुमार एक भी कार्य नियमों के सीमा में रहकर नहीं करते उनकी मनमानी प्रत्येक कार्यों में दिखती है इसी क्रम में वर्तमान सेल्स विभाग के प्रमुख एवं जी०एम० एसईसीएल भटगांव क्षेत्र कदीप कुमार के बेहद करीबी सुधीर कुमार का स्थानांतरण वर्ष 2022-23 के पूर्व महाप्रबंधक द्वारा किये जाने के बाद भी स्थानातरण रुकवाकर आज भी भटगांव क्षेत्र में जमे हुए है।
E5 से E6 में पदोनत्ती पर हुआ ट्रांसफर
वर्ष 2022-23 में सुधीर कुमार को E5 ग्रेड से E6 में पदोनत्ती कोल इंडिया कंपनी से होने के पश्चात् इनका स्थानांतरण एसईसीएल कंपनी से एमसीएल कंपनी में हुआ है, परंतु आज दिनांक तक सुधीर कुमार भटगाँव क्षेत्र के सेल्स विभाग में ही जमे हुए है। आखिर ऐसा क्या तिलिस्मा जुड़ा हुआ है जिसके मोह में सुधीर कुमार से भटगांव एसईसीएल छोडा नहीं जा रहा है।
साठ गांठ कर किया जा रहा है धन अर्जन – सूत्र
सूत्र बतलाते है कि सेल्स विभाग में धन अर्जन व सूरजपुर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से ताल मेल बैठाकर कर कई वर्षों से सुधीर कुमार कई करोड रुपये का धन अर्जनकर चुके है यही कारण है की सुधीर कुमार को एसईसीएल भटगांव क्षेत्र से कही जाने में इतनी तकलीफ हो रही है।
सुधीर कुमार के स्थानांतरण से दुखी है – सूत्र
सूत्र बताते है कि वर्तमान जी०एम० एसईसीएल भटगांव क्षेत्र प्रदीप कुमार के सबसे करीबी अधिकारी सुधीर कुमार के स्थानांतरण से सभी दुखी है तथा सभी उच्च अधिकारियों के संरक्षण से ही इस मामले को दबा कर आज मौजूदा समय तक भी इनका स्थानांतरण के बाद उन्हें रिलीज न करना एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में चल रहे गलत गतिविधियों और पूरे मामले को स्वंय उजागर करता है।
रसूखदार को संरक्षण, आम मजदूर के साथ अन्याय क्या इसका जवाब दे पाएंगे ज़िम्मेदार
यदि किसी आम कर्मचारी को स्थानांतरण के बाद एक दिन भी उसके कार्यस्थल पर उपस्थिति दर्ज नहीं करने दिया जाता उसे तत्काल प्रभाव से स्टैण्ड रिलीज” कर दिया जाता है. फिर उसी कंपनी में एक रसूखदार अधिकारी जो स्थानांतरण पश्चात आज भी उसी जगह पर वर्षों से कैसे कार्यरत है। इस सवाल का जबाब कई स्तर पर क्या एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव और एसईसीएल सीएमडी बिलासपुर दे पाएंगे और क्या इस खबर के प्रकाशन के बाद क्या किए गए झोल झाल पर एसईसीएल सीएमडी बिलासपुर प्रेम सागर मिश्रा सुधीर कुमार को तत्काल हटाते हुए संरक्षण देने वालों के ऊपर कार्यवाही करने की हिमाकत दिखा पाएंगे यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
नियम विरूद्ध तरीके से रुकवाया गया हैं ट्रांसफर
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में भी इनका ट्रांसफर एसईसीएल बैकुंठपूर किया गया था मतलब एक वर्ष में सुधीर कुमार का ट्रांसफर दो बार हुआ और दोनों ही बार नियम विरुद्ध ट्रांसफर रुकवाया गया जहां उच्च अधिकारी जीएम, डीटी, सीएमडी सब के सब सिर्फ तमाशा देखते रहें।
अमित सिंह प्रबंधक और अनीश राय इन दोनों का भी स्थानांतरण एसईसीएल से अन्य कम्पनी में हुआ है पर ये दोनों भी आज तक एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के ही कार्य क्षेत्र अंतर्गत कार्यरत है आखिर किसकी अनुमति से इन कर्मचारियों को रखा गया है जिन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है।