नगर पंचायत छुईखदान में भारी अनियमिता-सरकारी राशि का बंदरबाट
नगर पंचायत उपाध्यक्ष ने उठाया मामला किया बारीकी से जांच करने का मांग
दीनदयाल यदु/जिला ब्यूरो चीफ
छुईखदान । हाल ही में जिला राजनांदगांव से पृथक होकर बने जिला केसीजी अंतर्गत नगर पंचायत छुईखदान में एक नहीं दो नहीं बल्कि पूरा 16 बिंदु पर गंभीर अनियमिता का मामला सामने आया है नगर पंचायत उपाध्यक्ष उमाकांत महाेबिया ने स्वयं सीएमओ को पत्र लिखकर पूरे मामले की सूक्ष्मता से जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है श्री महोबिया के अनुसार नगर पंचायत छुईखदान में प्रधानमंत्री आवास योजना मोटर पंप खरीदी दुकान नीलामी एवं व्यवसायिक परिसर निर्माण बस स्टैंड चौक एवं जय स्तंभ चौक के निर्माण विद्युत समाग्री एवं नल जल सामग्री खरीदी कीटनाशक छिड़काव नल पाइप विस्तार कार्य आदि में गंभीर अनीमिताओं का आरोप लगाए हैं इसी प्रकार बोर खनन सीसी रोड एवं नाली निर्माण मंगल भवन उद्यान मरम्मत जिम सामग्री खरीदी बाल्टी खरीदी कुर्सी खरीदी सीसी रोड निर्माण आदि में गंभीर अनियमितता बरती गई है यहां तक की सीएमओ द्वारा अपने कर्मचारियों के नाम पर भी बिल का भुगतान कर भ्रष्टाचार किया गया है नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्री महोबिया ने नगर पंचायत अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी से पत्र व्यवहार कर उन्होंने सभी 16 बिंदुओं पर सूक्ष्मता से जांच की मांग करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास में नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा सास देवर एवं परिवार के सभी सदस्यों के नाम पर आवास निर्माण कृषि भूमि में अवैध निर्माण कर शासन की राशि का दुरुपयोग किया गया है नगर पंचायत की दुकान बिना रजिस्ट्री बिना नीलामी आवंटित कर दी गई है बिना नामांतरण किये ही अवैध परिसर का निर्माण किया गया है विद्युत एवं नल सामग्री की खरीदी में बिना सत्यापन के बिल भुगतान कर दिया गया है नगर पंचायत के अंतर्गत कई जगह नलकूप खनन कराया गया है जिसमें आज तक पंप नहीं लगाया गया है जिम सामग्री खरीदी गई है उसमें भी फर्जी बिल से भुगतान हुआ है छुईखदान नगरी निकाय में निर्धारित से अधिक दर पर कुर्सियां खरीदी गई है इसी प्रकार निर्धारित से ज्यादा दर पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत बाल्टियां खरीदी करके उसको घर-घर वितरण किया गया है वार्ड क्रमांक 5 में जो स्वयं नगर पंचायत उपाध्यक्ष के वार्ड हैं वहां पर भवानी शंकर महोबिया के घर से लेकर प्रकाश चौहान के घर तक सीमेंट कांक्रीटकरण रोड का निर्माण हुआ है करके फर्जी तरीके से राशि का आहरण किया गया है जबकि वहां पर कोई प्रकार का निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा अपने कर्मचारियों के नाम से बिल भुगतान कर अनियमितता बरती गई है अपने कर्मचारियों को लाखों रुपए का हित लाभ दिया जाकर भ्रष्टाचार किया गया है नगर पंचायत के उपाध्यक्ष उमाकांत महोबिया ने कहा इन प्रत्येक बिंदुओं की सुक्ष्मता से जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके।
