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टांगी से किया प्राणघातक हमला,अब तक नहीं हुई कार्यवाही, खुले आम गांव में घूम रहा हमलावर।

पुलिस के कार्य प्रणाली उठ रहे सवाल

जाहिद अंसारी 

राजधानी से जनता तक. सूरजपुर/प्रतापपुर:रमकोला पुलिस की निष्क्रियता की वजह से अब तक नहीं हुई आरोपियों पर कार्यवाही, पुलिस के कारण प्रणाली से आक्रोश ग्रामीण ने कहा कि थाना प्रभारी आरोपियों को बचाने में लगा शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई,

21 जुलाई को रमकोला थाना अंतर्गत ग्राम घुई में बकरे के मटन को लेकर दो युवकों के बीच विवाद हो गया। जिसके बाद एक युवक ने दूसरे युवक के ऊपर टांगी से प्राणघातक हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।

आरोप है कि जब स्वजन गंभीर रूप से घायल युवक भरत यादव को लेकर रमकोला थाने में रिपोर्ट करने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने कहा पहले घायल का इलाज करवाओ बाद में रिपोर्ट लिखेंगे बोल कर थाने से चलता कर दिया। जिसके बाद स्वजन घायल युवक को इलाज के लिए रमकोला से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में लाकर भर्ती किए। फिर मामले की शिकायत दर्ज कराने प्रतापपुर थाने पहुंचे जहां पुलिस ने स्वजनों से घटना का संपूर्ण विवरण लेते हुए जीरो एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई के लिए मामला रमकोला पुलिस को तो सौंप दिया पर घटना का संपूर्ण विवरण प्राप्त कर लेने के छह दिन बाद भी रमकोला पुलिस ने हमला करने वाले ग्रामीण पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

स्वजनों ने प्रतापपुर थाने में की गई रिपोर्ट में बताया है कि बारिश न होने से परेशान ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय परंपरा के अनुसार गांव में बारिश के जल्द आगमन के लिए 21 जुलाई को ग्राम घुई में मेंढक मेंढकी के विवाह का आयोजन किया गया था। बारात पास के ही बरपटिया गांव से आई हुई थी। बारातियों एवं घरातियों के लिए बकरे का मटन पकाया गया था। विवाहो परांत शाम को जब सभी लोग अपने अपने घर जाने लगे तो गांव का ही गोपाल यादव पिता राम अवतार बकरे के मटन को घर ले जाने के लिए टिफिन में पैक करने लगा। जिस पर भरत यादव पिता हुलास राम उम्र 27 व अन्य ग्रामीणों ने उससे कहा कि मटन तो भरपेट खा चुके हो तो अब अतिरिक्त मटन को घर क्यों ले जा रहे हो। यह सुनकर गोपाल यादव भड़क कर गाली गलौज करने लगा जिस पर भरत यादव ने उसे ऐसा करने से मना किया तो उसने भरत यादव के ऊपर टांगी से प्राणघातक हमला कर दिया। टांगी के वार से भरत यादव की बाईं आंख के ऊपर मौजूद सिर का हिस्सा फट गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्वजन उसे घायल अवस्था में ही लेकर रमकोला थाने में रिपोर्ट करने पहुंचे थे पर थाना प्रभारी ने पहले घायल का इलाज करवाओ बोलकर थाने से वापस भेज दिया था। जिसके बाद स्वजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर पहुंचे और घटना की रिपोर्ट प्रतापपुर थाने में दर्ज कराई।

स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर के चिकित्सकों ने टांगी के वार से फटे युवक के सिर में टांके लगाकर उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया था। जहां चिकित्सकों ने उसके सिर का सीटी स्कैन कर जांच से संबंधित समस्त रिपोर्ट पुलिस को सौंपने की बात कही है।

इस संबंध में प्रतापपुर थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे ने बताया कि स्वजनों की रिपोर्ट पर घायल युवक का मुलाहिजा करा जीरो एफआईआर दर्ज करते हुए मामला रमकोला पुलिस को सौंप दिया गया है। मामले को लेकर रमकोला थाना प्रभारी प्रमोद किस्पोट्टा से भी संपर्क किया गया था पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इधर स्वजनों का कहना है कि घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी हमला करने वाला युवक गांव में खुलेआम घूम रहा है पर रमकोला पुलिस है कि कार्रवाई करने का नाम नहीं ले रही। 

ग्रामीणों ने बताया कि उक्त हुए जानलेवा हमले के बाद में रमकोला थाना प्रभारी के द्वारा पैसे का लेनदेन कर मामला को दबाने का बात कहा जा रहा है और आज तक कार्रवाई नहीं होने के कारण पुलिस के ऊपर सवाल खड़े हो रहे हैं जहां सुदूर वनांचल क्षेत्र में आम जनता के सुरक्षा की जिम्मेदारी आख़िर किसकी है।

इस विषय में पुलिस एसडीओपी अरुण नेताम ने कहा कि मामला गंभीर है तत्काल थाना प्रभारी रमकोला से जांच करवाही तलब कर कार्रवाई की जाएगी, मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करता हूं।

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