कई विषयों को लेकर जिम्मेदारों द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ साठ गांठ करते हुए किया गया है सरकार और आम जनता के पैसा का बंदरबाट
पिछले 5 सालों से निकले कबाड़ गायब, जिम्मेदार बने मूक दर्शक
मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सुरजपुर/प्रतापपुर:– जिले के नगर पंचायत प्रतापपुर के तेज तर्रार नेता विनोद जायसवाल ने नगर पंचायत क्षेत्र में पिछले 10 साल में हुए निर्माण कार्यों के संबंध में मोर्चा खोलते हुए जानकारी मांगा है की बिना बोड लगाए विभाग के द्वारा सीसी जारी कैसे कर दिया गया।
नगर पंचायत प्रतापपुर क्षेत्र में व्यापक स्तर पर किया गया है भ्रष्टाचार – विनोद जायसवाल
जायसवाल के द्वारा बताया गया कि नगर पंचायत में हो रहे निर्माण कार्यों में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार समाहित है चाहे वह छठ घाट के काम हो, शमशान घाट के काम हो या फिर मंदिरों के जिड़ोद्धार के काम हो हर काम में कही न कही व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार हावी रहा है जिस संबंध में उच्चाधिकारी कही न कही समर्थन करते हुए भ्रष्टाचार करने के लिए खुला छूट दे रखे है।
करोड़ों रुपए का किया गया है वारा न्यारा
नगर पंचायत प्रतापपुर क्षेत्र में आरसीसी के कार्यों में मेजरमेंट में खेल कर करके करोड़ों रुपए का वारा न्यारा किया गया है जहा 8 इंच सीसी रोड को 3 इंच में ही ढाल कर पूरा पैसे का बंदरबाट कर दिया गया है।
बिना कार्य किए ही किया गया पैसा का आहरण
नगर पंचायत क्षेत्र में नाली के काम हुए बिना पैसे का आहरण कर लिया गया है, रिटर्निंग वॉल जितने बने हैं बिना सरिया डाले ही निर्माण कार्य पूरा दिखा कर पैसा का आहरण कर लिया गया है। नगर पंचायत क्षेत्र प्रतापपुर में ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाकर नगर पंचायत में बिना काम के ही पैसा आहरण कर लिया गया है।
कई विषयों को लेकर किया गया है भ्रष्टाचार
नगर पंचायत क्षेत्र प्रतापपुर में हुए ऐसे विभिन्न भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर विनोद जायसवाल ने मुखाग्र होकर नगर पंचायत से जवाब मांगा है और जवाब नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। श्री जायसवाल का कहना है कि भ्रष्टाचार से नगर पंचायत को पूर्ण मुक्त करना है। पार्षद फंड और अध्यक्ष फंड का 10 सालों से नियमित बंदर बाट हुआ है वही आवास के कार्य में बहुत बड़ी भ्रष्टाचार की सुगबुगाहट हो रही है जहां प्रतापपुर नगर पंचायत क्षेत्र में 100 से 200 आवास ऐसा है जो आवास नगर पंचायत में बिना बनाए ही पैसा का आहरण जिम्मेदारों के द्वारा आपसी साठ गांठ करते हुए बंदरबाट कर दिया गया जिसमें सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है जो जांच का विषय है।
समाज, विकास जैसे अन्य विषयों को लेकर किया गया है पैसा का बंदरबाट
नगर पंचायत प्रतापपुर क्षेत्र में समाज के लिए है विकास कार्यों के पैसों का इस तरह दोहन करना या फर्जी कार्य दिखा करके भुगतान करना, पूर्ण गबन की श्रेणी में आता है जिसकी कड़ाई से जांच होनी,, जनता के विकास कार्यों के लिए आए हुए मुद्रा को हेन केन प्रकरण या गलत तरीके से कागजों में दिखाकर पैसों का आहरण होता रहा है जिसमें अधिकारी कर्मचारी पूर्ण रूप से सम्मिलित है।
5 सालों से निकले लाखों रुपए का कबाड़ गायब
नगर पंचायत प्रतापपुर क्षेत्र में 5 साल से निकले हुए लाखो रुपए के कबाड़ का कहीं अता-पता नहीं है आखिर वो कबाड़ कहां गया जो किसी काम का नहीं था उस कबाड़ को किस काम में लगा दिया गया कही ऐसा तो नहीं की उस कबाड़ को किसी अन्य कार्यों में लगाकर पैसा का बंदरबाट जिम्मेदारों के द्वारा कर लिया गया इस गंभीर विषय सहित किए गए कई कार्यों के निष्पक्ष जांच के लिए सरकार को पत्र लिखा गया है।
Author: Mohan Pratap Shingh
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