सतर्कता विभाग द्वारा महान 03 परियोजना में रोडसेल कोयले के वजन करने के दौरान औचक निरीक्षण में बड़ी गड़बडी व घाँधली पाया है।
भ्रष्टाचार का चारहगाह बना एसईसीएल भटगांव क्षेत्र जहा सारे नियम सिथिल कर प्रबंधन करा रहा काम।
कब तक बचेंगे भ्रष्टाचार के बड़े बड़े मछली जांच एजेंसियों के चंगुल से।
मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सुरजपुर/भटगांव:– 02/09/2024 को जगन्नाथपुर OCP के काटा घर संख्या 02 में कोयले का वजन कार्य में लंबे समय से जांच व गड़बड़ी कि शिकायत पर पहुंचे सर्तकता विभाग के निरीक्षण में यह बड़ा भ्रष्ट्राचार जो एसईसीएल भटगांव प्रबंधन द्वारा लंबे समय से कराया जा रहा था वह आखिर कार पकड में आया है।
क्या प्रबंधन के कुकर्मों की सजा एक छोटे कर्मचारी को
सईसीएल भटगांव क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा अपने कुकर्मों का आरोपी एक छोटे से कर्मचारी काटा बाबू दयाशंकर गुप्ता को बनाया गया है और उस कर्मचारी को प्रबंधन द्वारा कार्य से पृथक (सस्पेंड) करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
महाप्रबंधक के मर्जी के खिलाफ नहीं हिलता एक पत्ता तो भ्रष्टाचार कैसे ?
आखिर एसईसीएल के खदानों में बिना महाप्रबंधक के आदेश व मर्जी के एक पत्ता तक नहीं हिलता वहा महाप्रबंधक के जानकारी केबिना इतना बडा भ्रष्टाचार कैसे संभव हो सकता है यह आप समझ सकते हैं। कोयले के बढ़े वजन से आखिर एक बाबू को कैसे बड़ा फायदा हो सकता है बिना प्रबंधन के इस भ्रष्टाचार में शामिल हुए इतना बड़ा घोटाला हो ही नहीं सकता।
एक ही कार्य क्षेत्र में 15 वर्षों से डटे, मामला है संदिग्ध
सुधीर कुमार (ASM) एरिया सेल्स मैनेजर विगत 15 वर्षों से भटगांव क्षेत्र में जमे हुए है कई बार स्थानांतरण के बाद भी आज तक उनके द्वारा भटगांव क्षेत्र क्यों नहीं छोड़ा जा रहा उसका सबसे बड़ा सबूत यह मामला स्वयं बयान करता दिखाई दे रहा है।
कोयला परिवहन के वजन में लोडिंग अनलोडिंग के वजनो में लगातार आ रहा है कई टन का अंतर
रोड सेल से लेकर कोल परिवहन कंपनीयों के कोल परिवहन जो CHP व वारफॉल भटगांव में हो रहा उसमें लोड़िग व अनलोडिग दोनों वजनों में कई टन का अंतर कई वर्ष से एसईसीएल भटगांव में लगातार जारी है जिस पर विगत छः माह से क्षेत्रीय अखबारों में समाचार भरे पड़े है, बावजूद इतने बड़े भ्रष्ट्राचार पर आज तक कोई कार्यवाही का न होना इस कंपनी में व्यापक पैमाने पर बड़े सिंडीकेट की ओर ईशारा करता है। साफ है कि इस भ्रष्ट्राचार में एसईसीएल प्रबंधन भटगांव द्वारा एसईसीएल मुख्यालय तक कमीशन दिया जा रहा है।
कोयला लोड ट्रक आफ रिकॉर्ड भी आसपास के क्षेत्र में पहुंच रहा – सूत्र
कोयले के भ्रष्ट्राचार के अलावा कई ट्रक लोड होकर आफ रिकार्ड भी आसपास के क्षेत्रों के उद्योगों में खपाया जा रहा है और प्रशासन के नाक के नीचे रात के अंधेरे में यह कई माह से खेला जा रहा है। जिससे किसे मोटा धन का लाभ हो रहा है इस सब से समझा जा सकता है।
महाप्रबंधक और एरिया सेल्स मैनेजर के बिना एक टुकड़ा भी इधर से उधर नहीं होता फिर आरोपी काटा बाबू ही कैसे ?
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र महाप्रबंधक व एरिया सेल्स प्रमुख के आदेशो के बिना कोयले का एक टुकडा भी इधर से उधर नहीं होता फिर दिनांक 02-09-24 को जन्नाथपुर OCP के काटा घर में सर्तकता विभाग द्वारा निरीक्षण में गया गया जहा भ्रष्टाचार होना पाया गया और भ्रष्ट्राचार का दोषी सिर्फ काटा बाबू (क्लर्क) कैसे हो सकता है। इससे यह स्पष्ट है कि एसईसीएल भटगांव प्रबंधक खुद को बचाने के लिए बली का बकरा एक छोटे से कर्मचारी को बनाने में लगा हुआ है।
क्या सतर्कता विभाग निष्पक्ष रूप से कर पायेगी जांच
सर्तकता विभाग को निष्पक्ष रूप से इस मामले में एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के संबंधन से भी इस मामले में पूछ ताछ करनी चाहिए व इसकी भूमिका के बारे में जाँच होनी चाहिए तभी जाकर इस व्यापक भ्रष्टाचार का सच्चाई सभी के सामने आयेगा।
कोयले की ग्रेडिंग में भी हो रही है गड़बड़ी
इसके अलावा महान 03 परियोजना में कोयले के ग्रेडिग में भी हेराफेरी करते हुए लंबे समय से रोड सेल कंपनियों से मोटी रकम की कमीशन लेकर दिया जाने की जानकारी सूत्रों के हवाले से मिलता रहता है। उसकी भी जांच किये जाने पर इसमें भी बड़ा कारनामा भटगांव प्रबंधन का उजागर हो सकता है।
कब तक बचते रहेंगे बड़े आरोपी
खैर देखना अब यह होगा कि भ्रष्टाचार के असली आरोपी जांच एजेंसियों के पैनी नजर से कब तक बचते रहते है और एसईसीएल भटगांव क्षेत्र का प्रबंधन अपने कुकर्मों की सजा कब तक दूसरो के सिर पढ़ते रहेंगे।