मस्तुरी – मस्तुरी क्षेत्र में हॉस्टल अधीक्षकों की मनमानी थमने का नाम ही नही ले रहा है। इसका खामियाजा सीधे बच्चों के भविष्य पर पड़ रहा है।
शासन ने दूर दराज ग्रामीण अंचलों से आने वाले छात्रों के लिए हॉस्टलों की व्यवस्था की है ताकि उनकी शिक्षा में कोई अड़चन न हो साथ ही उनके लिए जरूरतों के हिसाब से मेनू चार्ट के हिसाब से खाना, खेलकूद के लिए समान,तेल,साबुन, मच्छरदानी आदि सामान दिया जाता है।
लेकिन मस्तुरी प्रिमैट्रिक अनुसूचित जाति छात्रावास के हॉस्टल अधीक्षक संजय शर्मा की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय पर हॉस्टल नही पहुँचते है। यू तो हॉस्टल 50 बेड वाला है लेकिन यहां सभी बच्चे नही रहते है। वही मेन्यू के हिसाब से बच्चों को खाना नही मिलता है। न तो स्पोर्ट के समान है और नही बच्चों के पास मच्छरदानी है। सहाब ऊची पहुँच का हवाला देकर मनमानी कर रहे है।
गर्ल्स हॉस्टल अधीक्षक की मनमानी से त्रस्त होकर छात्रा सड़क पर उतर गए थे। और अधीक्षक पर कार्यवाही करने की मांग की थी। मांग पर हॉस्टल अधीक्षक पर कार्यवाही भी हुई थी।
लेकिन क्या मस्तुरी हॉस्टल अधीक्षक पर कार्यवाही होंगीं या फिर ऊंचे पहुँच की वजह से छोड़ दिया जाए गा।