राजधानी से जनता तक|कोरबा| जंगल में जानवरों का शिकार करने के लिये लगाए गए विद्युत तार की चपेट में आने से दो की मृत्यु हो गईं। मृतकों की पहचान टिकेश्वर राठिया के रुप में हुईं थीं जो बालकों टाउनशिप में कार्य करता था। वहीं दूसरा मृतक की पहचान नारायण कंवर के रुप में हुईं है। सोमवार को दोनों बाइक में सवार होकर जंगल के रास्ते घर लौट रहें थे इस बिच पुरा हादसा घटित हुआ है।
जंगल में शिकार करने बिछाया गया था तार
घटना स्थल के लगभग 2 की मि दुर तक 11 केवी विद्युत तार से सप्लाई लेकर जंगल में जाल की तरह बिछाया गया है। रात के अंधेरे में मार्ग में तार की चपेट में आने से दोनों मृतक बुरी तरीके से झुलस गए जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
प्रतिबंध के बावजूद हो रहे जानवरों के शिकार
ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी ग्रामीण करेंट का इस्तेमाल कर शिकार करने के तरीके आजमाते है, ऐसा ही मामला बेला क्षेत्र में देखने को मिला, अब सवाल यह बनता है कि जब वन विभाग निगरानी करते हैं फिर ये शिकारी उनकी पकड़ से दूर क्यों हो जाते है.? घटना स्थल के समीप पूरे जंगल में तारों का जाल बिछा हुआ था , जिसके वजह से दो निर्दोष जाने चली गई।
बहरहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजवाया गया है, जहां अग्रिम कार्यवाही की जा रहीं है।
Author: Sangam Dubey
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