गरियाबंद – छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से एक खास खबर सुनने को मिल रहा है, जहां उड़िसा सीमा से लगे देवभोग मुख्यालय से करीब 13-14 किलोमीटर दूरी पर स्थित दूर आंचल ग्राम उसरीपानी उड़िसा सीमा सड़क मार्ग को प्रधानमंत्री सड़क निर्माण कराई जा रही है। चूंकि इस सड़क मार्ग से उड़िसा के वाहनें, आवाजाही राहगीरों का प्रतिदिन आवागमन चल रहा है। ग्रामीणों द्वारा बताई गई जानकारी के मुताबिक उड़िसा क्रेशर संचालक के द्वारा यह जनहित कार्य करवाया जा रहा है। कुछ दिनों बाद ग्रामीणों ने हाइवे जाम कर प्रदर्शन किया गया था। उसी परिणामस्वरूप आज उड़ीसा के ठेकेदार ने काम शुरू करवाया है। पहले इस सड़क को मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत वर्ष 2015 में उसरी पानी से उड़िसा सीमा में बसाहट ग्राम पोइक पारा तक पीएम जीएस वाय विभाग द्वारा लगभग- 2 ,किलोमीटर लंबाई की सड़क निर्माण कराई गई थी।
इन सड़क मार्ग से प्रतिदिन रोज उड़िसा राज्य के भारी मात्रा में भरी वाहनें व यात्री बस भी गुजरने के कारण बीच सड़क में कई बड़े -बड़े गढ्ढे हो गए थे। जिसे देख कर उड़िसा के क्रेशर संचालक द्वारा उबड़-खाबड़ सड़क को रिपेयर करवाया जा रहा है। कार्य में सबसे पहले मिक्स डस्ट और गिट्टी डालकर पोकलेन मशीन से गढ़े को भरे जा रहे हैं। फिर उसे समतल कर आवाजाही लायक बनाया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा बताई गई जानकारी के मुताबिक यह सड़क मरम्मत कार्य में कुल लागत 2.0 लाख रुपए से भी ज्यादा खर्च होने का अनुमान बताया जा रहा है।
वाहन न रोका गया ओर न ही मरम्मत कराई जा रही थी
ग्राम पंचायत उसरीपानी के उपसरपंच नारायण मांझी व ललित नागेश पंच ने बताया, कि उक्त सड़क पर पहले तो भारी वाहनों की आवाजाही रोकने प्रशासन से गुहार लगाते रहे। अनुविभागीय अधिकारी से लेकर अफसरों से बार- बार आग्रह किया गया था। अधिकारी वाहन रोकने के बजाए फंड की सुखी कहानी सुनाई । इसी लिए सभी ग्रामीणों ने एक जुट होकर समस्या का समाधान के लिए सड़क पर उतरना पड़ा था। ग्रामीण ने बताया कि 3 अक्टूबर को 6 हाइवे को रोक दिया गया था, लेकिन इतना होने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी कार्रवाई करने नहीं आए।3 घण्टे उपरांत हाइवे संचालक से सीधी बात कर सड़क मरम्मत की शर्त पर वाहन छोड़ने का शर्त रखा था। क्रेशर संचालक अपने वायदे के मुताबिक अब सड़क निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ व उड़िसा दोनों राज्यों की है मुख्य सड़क मार्ग
पोइक पारा उड़िसा कालाहांडी में है, यहां से नवरंगपुर जिले के बड़े व्यापारी मुख्यालय जाने के लिए उसरी पानी के इस सड़क मार्ग से प्रतिदिन आना- जाना लगा रहता है। इस सड़क मार्ग से दोनों जिलें को जोड़ने वाली शार्ट कर्ट मुख्य सड़क मार्ग है, कमर्शियल वाहन के अलावा बड़ी शहरों को जाने वाली 5 से ज्यादा यात्री बस इसी रास्ते से गुजरती हैं। उसरी पानी के ग्रामीणों ने बताया कि छत्तीसगांव के लोग उपचार करने के लिए नजदीक बड़ी अस्पताल नवरंगपुर हो या धर्म गढ़ जाने के लिए सुविधा होती है।अति जर्जरता होने के कारण यात्रियों को आवाजाही पर बाधाएं उत्पन्न हो रही थी और कुछ दिनों से वाहन चालक आवागमन रूड बंद हो गई थी।
सड़क की नवीनीकरण के लिए भेजा गया है प्रस्ताव
इस मामले में पीएम जीएस वाई के एसडीओ कमलेश चंद्राकर ने कहा कि, कार्य में 2018 तक संधारण अवधि खत्म हो गया है। नवीनीकरण कार्य के लिए वर्ष 2024 में शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही नवीनीकरण किया जाएगा। आपसी सहमति और सुविधा के लिए ग्रामीणों द्वारा मरम्मत करवाई जा रही है तो वह आपसी मामला है।