राजधानी से जनता तक/रविन्द्र टंडन/मस्तूरी- सरपंच सचिव के लापरवाही के कारण जान को जोखिम में डाल कर बच्चे जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर है। कक्ष की अभाव में पढ़ रहे बच्चे। दरसल बिलासपुर जिले से 30 km दूर मस्तुरी क्षेत्र के ग्राम बुढिखार का मामला है। जहाँ बच्चे जर्जर भवन में जान को जोखिम में डाल कर पढ़ने को मज़बूर है। यू तो स्कूल में कुल 281 बच्चे पढ़ते है और कुल 7 शिक्षक पदस्थ है। बच्चो के साथ साथ शिक्षक भी जान को जोखिम में डाल कर पढा रहे है। भवन की स्थिति ऐसी है कि कभी भी कुछ भी अनहोनी हो सकती है। शासन ने सन 2021 -22 में स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त कक्ष 16 लाख 64 हजार का सेंक्शन हुआ है। लेकिन कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव की उदासीनता की वजह से भवन अब तक नही बन पाया है। लिहाजा बच्चों को पढ़ने में काफी दिक्कत हो रही है। वही इस कैम्पस में 2 और कक्ष 15 साल पहले बनना था लेकिन अब तक नही बन सका है। यानिकी इस स्कूल में कुल 3 अधूरा भवन है।
राशि आहरण के बाद व नही हुआ काम
पंचायत सरपंच और सचिव द्वारा लगभग 5लाख रुपये की राशि आहरण किया जा चुका है फिर भी कार्य कराने वाले सरपंच द्वारा कार्य को नही कराया गया है
कुछ पंचवार्षि पहले भी अतिरिक्त कक्ष के लिए हुए थी स्वीकृति
मिली जानकारी से कुछ पंचवार्षि पहले भी भवन निर्माण के लिए राशि स्वीक़ृति हुई थी लेकिन अधूरा कार्य कराकर छोड़ दिया है । ऐसे अधूरे कार्य के लिए आखिर कार कौन दोसी है? कार्य करने वाले कार्य एजेंसी पंचायत? या फिर मॉनीटिरिंग करने वाले जनपद पंचायत? जिसके कारण आज बच्चे जान जोखिम के डालकर पड़ने को मजबूर है।
जनपद सीईओ जे आर भगत
जनपद पंचायत सीईओ के संज्ञान में यह बात लाई तो उनका कहना है यह बात हमारे संज्ञान में है इसकी हमने समीक्षा भी किया है हमने सरपंच सचिव को दुर्ग गति से काम करने लिए नोटिस दिया हुआ है कई बार सचिव उपअभियंताओ से चर्चा किया हुआ है अगर इस पर कार्य नही किया जाता है तो अग्रीम कार्यवाही किया जाएगा।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
राजधानी से जनता तक न्यूज वेबसाइट के आलावा दैनिक अखबार, यूटयूब चैनल के माध्यम से भी लोगो तक तमाम छोटी बड़ी खबरो निष्पक्ष रूप से सेवा पहुंचाती है