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देवभोग क्षेत्र के तेल नदी से अवैध खनन से बढ़ रहा है पर्यावरणीय खतरा ; रेत माफिया बना रहे हैं स्थिति को और भी गंभीर

राजधानी से जनता तक । गरियाबंद । चरण सिंह क्षेत्रपाल । देवभोग विकास खण्ड को जीवनदायिनी मानी जाने वाली तेल नदी के तटों से दिन-रात रेत की अवैध चोरी और तस्करी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। इस अवैध खनन से न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि गांवों के लोगों के लिए कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि रेत तस्करी में प्रशासन के परमिशन बिना चालकों द्वारा ट्रैक्टरों रेती डंपिंग हो रहा है, जिससे सड़क सुरक्षा भी गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है।

पर्यावरण पर पड़ रहा गंभीर असर तेल नदी, जो देवभोग क्षेत्र की जीवनरेखा मानी जाती है, इन अवैध खनन गतिविधियों के कारण अपने अस्तित्व पर संकट का सामना करना पड़ रहा है। लगातार रेत की निकासी से नदी का जलस्तर घटता जा रहा है, जिससे जलस्रोतों पर दबाव बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह अवैध खनन ऐसे ही चलता रहा, तो नदी के तटीय क्षेत्रों का क्षरण और जलधाराओं का प्रवाह असंतुलित हो सकता है। इसके अलावा, नदी के आसपास की पारिस्थितिकी तंत्र को भी बड़ा नुकसान हो रहा है।

स्थानीय निवासी इस अवैध रेत खनन से परेशान हैं और कई बार प्रशासन से इसकी शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। एक निवासी ने बताया, “रेत तस्करों की गतिविधियों के कारण नदी के किनारे की जमीन धीरे-धीरे कमजोर हो रही है, जिससे बाढ़ और भूमि धंसने का खतरा बढ़ सकता है। हमारी फसलें और जीविका इससे प्रभावित हो रही हैं।”

 

रेत की तस्करी में ट्रैक्टरों का संचालन एक और गंभीर समस्या बन गई है। रेत माफियाओं के द्वारा ट्रैक्टर में रेत का परिवहन प्रति रोज किया जा रहा है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। ये रेत माफिया बिना किसी के परमिशन लिए अपनी मनमानी से ट्रैक्टर में रेती डंपिंग कर रहे हैं।जिससे सड़कों पर चलने वाले अन्य लोगों की जान को खतरा पैदा हो रहा है।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन रेत से भरी हुई वाहन तेज गति से ट्रैक्टर चलाने के कारण कई बार सड़क दुर्घटनाएं होते-होते बची हैं। “हमने कई बार देखा है कि ट्रैक्टर चलाने वाले अनियंत्रित रूप में होते हैं, जो न तो सड़क नियमों का पालन करते हैं और न ही उनके पास अनुभव होता है। यह बहुत खतरनाक है,” स्थानीय ग्रामीणों ने कहा।

प्रशासनिक लापरवाही और कड़ी कार्रवाई की मांग

देवभोग क्षेत्र के स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तुरंत ध्यान देने और अवैध रेत खनन को रोकने की मांग की है। वे चाहते हैं कि प्रशासन रेत तस्करी में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करे और नदी के तटों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इसके साथ ही, गांव अंदर में तेज रफ्तार से वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, “प्रशासन को अवैध खनन पर अंकुश लगाने और गांव के अंदर तेज गति से वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो न केवल हमारी नदी खत्म हो जाएगी, बल्कि हमारे बच्चों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाएगी।”

समाधान की दिशा में कदम उठाने की जरूरत देवभोग क्षेत्र के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं और उनके अनुसार, अवैध खनन और तेज गति से वाहन चालकों की समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो यह क्षेत्र गंभीर संकट में आ जाएगा। रेत चोरी को रोकने के लिए कड़ी निगरानी और प्रशासनिक कदम उठाने की जरूरत है ताकि तेल नदी और देवभोग इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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