बचें हुए मछली व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों का होगा पंजीयन
बलरामपुर । राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफार्म (एनएफडीपी) के तहत मछली व्यवसाय से जुड़े लोगों का कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से सर्वे किया जा रहा है। । अब तक 80 मछली पालन करने वालों का पंजीयन हो चुका है। इस योजना के तहत मछली पालन, मत्स्याखेट और मछली बेचने के व्यवसाय में लगे सभी व्यक्तियों का पंजीकरण कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से किया जाएगा। एनएफडीपी का मुख्य उद्देश्य देशभर के मत्स्य पालकों और समितियों का डेटाबेस बनाकर उन्हें औपचारिक रूप में पहचान प्रदान करना है। इसके जरिए मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को केंद्र और राज्य की योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। पंजीयन के बाद मत्स्य विभाग द्वारा सत्यापन किया जाएगा। पंजीकरण के लिए मत्स्य पालकों को आधार कार्ड, बैंक पासबुक, आधार से लिंक मोबाइल नंबर के साथ सीएससीए चॉइस सेन्टरो में किया जाएगा
सीएससी के जिला प्रबंधक निशांत सिन्हा ने बताया कि इस सर्वे का मुख्य उददेश्य मछली पालन से जुड़े लोगों का एक डिजिटल डाटा तैयार करना है। रजिस्ट्रेशन के बाद मछली पालकों को ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन के साथ
सेन्टर पर उपस्थित होना होगा। और सर्वे में हिस्सा लेने वालों को 73 रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लोगों को पंजीयन के बाद मछली पालन कैसे करना है।, मछली पालन में कैसे आमदनी प्राप्त करें, जानकारी देने के अवसर उपलब्ध कराना, ताकि वे डिजिटल के जमाने में अपनी पहचान बना सकें। इतना नहीं, मछुवारों की जिंदगी संवारने के लिए चिन्हांकन कर पंजीयन किया जा रहा है। इस महीने से सर्वे शुरू हो गया है। अब तक 80 लोगों का पंजीयन हो चुका है। जिन लोगों का पंजीयन होगा, उनको डिजिटल प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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