मोहन प्रताप सिंह
राजधानी से जनता तक. सूरजपुर/भटगांव/:– पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी राम प्रताप राजवाड़े ने बताया कि प्रातः स्मरणीय योग ऋषि स्वामी रामदेव महराज एवं आयुर्वेद के शिरोमणि पूज्य अचार्य बालकृष्ण की प्रेरणा से पतंजलि योग पीठ हरिद्वार के तत्वधान में संचालित पतंजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान न्यास जिला सूरजपुर (छ.ग.) द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भटगांव प्रांगण में आयोजित पच्चीस दिवसीय सह योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर दिनांक 17अक्टूबर 2024से संचालित है। जिसमें प्रातःकालीन योग सत्र प्रातः 5.30बजे से 7.30बजे तक प्रतिदिन ऑफलाइन लगभग 40 प्रतिभागी पतंजलि सह योग शिक्षक का प्रशिक्षण ले रहें हैं इन्हें प्रतिदिन सुबह दो घंटे योगासन, प्राणायाम ध्यान का अभ्यास कराया जाता है। और शाम को 6.30बजे से 8बजे तक योग विषय के विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन बौद्धिक योग सत्र में पढ़ाया जाता है। पतंजलि योग शिक्षक बनने के लिए सह योग शिक्षक पाठ्यक्रम को पूर्ण करने लिए 100घंटे का प्रशिक्षण लेना होता है।
सह योग शिक्षक प्रशिक्षण के बाद सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक परीक्षा ली जाती है और जी परीक्षार्थी उत्तीर्ण होते हैं उन्हें पतंजलि योग पीठ हरिद्वार से प्रमाण पत्र दी जाती है। पतंजलि से जुड़ने के लिए सह योग शिक्षक का प्रशिक्षण आवश्यक है और इन्हीं सह योग शिक्षक जो योग स्वयं करते हैं औरों को भी योग से जोड़कर नियमित योग कक्षा संचालित करने वाले सह योग शिक्षकों को परम् पूज्य स्वामी महराज पतंजलि योग पीठ हरिद्वार मुख्यालय बुलाकर उन्हें पांच दिन का विशेष योग प्रशिक्षण दिया जाता है और उनको मुख्य योग शिक्षक का प्रमाण पत्र दी जाती है जो आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होता है। राजवाड़े ने बताया कि प्रतिदिन योग के अलग विशेषज्ञों द्वारा योगाभ्यास कराया जाता है। इसी तारतम्य में 21वां दिवस दिनांक 06/11/2024को प्रातःकालीन योग सत्र में प्रजापति ब्रह्मा कुमारी संस्था से बहन पुष्पा दीदी लखनपुर से एवं बहन विभा दीदी द्वारा मेडिटेशन (ध्यान) कराया गया। दीदी ने बताया ध्यान क्या है? इसका क्या महत्व है, दीदी ने बताया कि हम सबके भीतर अपरिमित शक्ति है, परन्तु सब बिखरी हुई है। ध्यान से हम अपनी ऊर्जा को संचित कर पूरी शक्ति को अपने श्रेष्ठ कार्यों में लगा सकते हैं। अपने शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक शक्ति की बढ़ाया जा सकता है ध्यान से जीवन के चार पुल हैं इसे स्वस्थ रखा जा सकता है। मानव जीवन श्रेष्ठ जीवन है बिखरी हुई शक्ति को एकत्रित कर सकते हैं। अच्छे विचार से अच्छे संकल्प से जीवन को अच्छा बनाया जा सकता है।ज्ञान रूपी भोजन है ध्यान। अपने अपने ज्ञान को बढ़ाने के ध्यान बहुत जरूरी है। श्री राजवाड़े ने बताया कि दिनांक 8/11/2024 से परम् पूज्य स्वामी रामदेव महराज के प्रतिरूप दीक्षित संन्यासी पूज्य स्वामी नरेन्द्र देव महराज द्वारा प्रातः कालीन शिविर प्रतिदिन ली जाएगी एवं 10/11/2024 को होने वाले सहयोग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह भटगांव क्षेत्र की विधायक एवं महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग की कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन की उपस्थिति में संपन्न होगा। समापन समारोह में योग संगोष्ठी का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें योग के विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान सुनने को मिलेगा। अतः उक्त कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम का लाभ उठाएं।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
राजधानी से जनता तक न्यूज वेबसाइट के आलावा दैनिक अखबार, यूटयूब चैनल के माध्यम से भी लोगो तक तमाम छोटी बड़ी खबरो निष्पक्ष रूप से सेवा पहुंचाती है



