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विभागीय राशि गबन करने वाले बाबू को साक्ष्य मिटाने हेतु विभाग दे रहा भरपूर समय और सहयोग

बिजली विभाग पिपरिया का मामला

विभाग के उच्चधिकारी के संज्ञान में मामला आने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर लीपापोती का अंदेशा.

कवर्धा – पिपरिया – पिपरिया में पदस्थ बाबू विनय यदु के द्वारा विधुत कनेक्शन के नाम पर बाकायदा लोगों से राशि लेकर उन्हें रशीद दिया गया है पर उक्त राशि को विभाग के खजाने में जमा नही किया गया। पूरा मामला दिनांक 16-01-2024 को बी पी क्रमांक 1009029610 का है जिसकी राशि 2344/ रूपये का उपभोक्ता को रशीद दिया गया पर विभाग में उक्त राशि को जमा ना कर अपने निजी खजाने में रख लिया, इस बात खुलासा जब हुआ तो कुछ पत्रकारों के द्वारा विभागीय गबन के मामला का प्रकरण समझ में आया तो विनय यदु व बिभागीय अधिकारी के संज्ञान में डाला गया। शातिर बाबू के द्वारा मामला की गंभीरता को देखते हुए गबन की गई राशि को दिनांक 18-11-2024 को विभागीय खजाने में जमा कर लीपा पोती की गई। इसके बाद भी विभाग द्वारा उक्त बाबू पर कोई कार्रवाई न करना एवं उसी जगह पदस्थ रखना जिससे सबूत से छेड़छाड़ की जा सके, कहीं ना कहीं विभागीय संलिप्तता को दर्शाता है। अब जांच का विषय यह है कि 16-01-2024 की राशि गबन का मामला बिभाग के आवक जावक (बही खाता) से गायब है तो 18-11-2024 को उक्त दिनांक की राशि 2344/ को जमा कर बाबू के द्वारा किस मद की राशि बताया गया जो गंभीर सवाल है। प्रकरण की जानकारी बिजली विभाग के सभी उच्च अधिकारियों को है इसके बाद भी विभाग जाँच के नाम पर लीपा पोती कर गबन करने वाले बाबू को संरक्षण दे रहा है। यदि इस विषय को सीधे सीधे समझा जाये तो इस प्रकार है की चोर चोरी करें और जब पकड़ा जाये तो चोरी का सामान जमा कर दे, इस कृत्य से क्या चोर को छोड़ देना चाहिए? यही काम बिजली विभाग के अधिकारी गबन करने वाले बाबू के साथ कर रहे है। इस मामले के साथ यदि बारीकी से जाँच की जाये तो ऐसे कई प्रकरण सामने आएंगे जिस से विभाग अनजान है।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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