जिला संवाददाता-चरण सिंह क्षेत्रपाल /राजधानी से जनता तक
गरियाबंद – राज्य शासन द्वारा विगत वर्षों की भाति खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में भारत सरकार द्वारा निर्धारित एक समान विनिदिर्ष्टियों के अनुसार छत्तीसगढ़ प्रदेश के किसानों से धान का उपार्जन किए जाने का निर्णय लिया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान उपार्जन की नीति नियमानुसार निर्धारित की गई है। इसी तरह गरियाबंद जिले में धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन किया जा रहा है धान कांमन रूपए 2300 प्रति क्विंटल दर से भुगतान किया जा रहा है, तथा ग्रेड ए रूपए 2320 प्रति क्विंटल से खरीदी की जा रही है। भारत सरकार द्वारा चावल के लिए निर्धारित एक समान विनिदिर्ष्टियां उपार्जन की समयावधि 14 नवम्बर से 31 जनवरी 2025 तक धान की खरीदी होगी। प्रति एकड़ खरीदी निर्धारण प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी की जा रही है, गरियाबंद जिले में संयुक्त रूप से अधिकारियों की बैठक कलेक्टर दीपक अग्रवाल अपने सभाकक्ष में आयोजित किया गया था और उसी दरम्यान सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया था,कि सभी धान खरीदी उपार्जन केन्द्रों में किसानों को बारदाना, टोकन,तौल मशीन व अन्य आवश्यक जरूरतें की अभाव न हो इसी कारण जिला कलेक्टर ने धान खरीदी के पूर्व सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की संयुक्त बैठक रखी गई थी। किंतु आज यह बड़ा अफसोस कि बात यह है कि झिरी पानी उपार्जन केन्द्र में पुरानी बारदाना समिति को अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाया है। झिरीपानी धान खरीदी उपार्जन केन्द्र के प्रभारी भूवेद्र सिंह नायक ने कहा राज्य सरकार के निर्देशानुसार कि 14 नवम्बर से अबतक झिरी पानी धान उपार्जन समितियों द्वारा लगभग 20 हजार क्विंटल धान खरीदी कि जा चुकीं हैं, किंतु आज दिन पर्यन्त तक पुरानी बारदाना समिति को उपलब्ध कराई नहीं गई है। इस बात को लेकर उक्त किसाने भी बहुत परेशान हैं, जब किसानों से समिति धान खरीदी कि जा रही है तो बारदाना 50-50 के माध्यम से खरीद कर काम चलाया जा रहा है।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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