बीजापुर । बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्याकांड के संबंध में बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को घटना के बारे में बताया कि पत्रकार मुकेश चंद्रकार,के 1 जनवरी की रात के लगभग 8.30 बजे से अपने घर से लापता होने के संदर्भ में उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाना कोतवाली बीजापुर में 2 जनवरी 25 के रात्रि 07.30 बजे सूचना दी। सूचना पर तत्काल थाना कोतवाली बीजापुर में गुम इंसान क्रमांक 01/2025 दर्ज कर जांच में लिया गया।पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा पत्रकार मुकेश चंद्रकार पिता स्व चेन्ना चंद्रकार उम्र 32 वर्ष निवासी बासागुड़ा हाल पुजारीपारा बीजापुर के लापता होने की सूचना मिलने पर तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की 3 टीम का गठन गुम इंसान पतासाजी हेतु की गई।जांच के दौरान मुकेश चंद्रकार के रिश्तेदार, मीडिया साथियों से मुकेश चन्द्रकार के गुम होने के सबंध में पूछताछ किया गया। पूछताछ पर संदेह में आए व्यक्तियों की सीडीआर एवं लोकेशन लिये गये। मृतक के लास्ट लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी 25 के रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया।तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई। 3 जनवरी 25 को मुकेश चन्द्रकार के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किये गये। अनहोनी के आशंका को भापते हुऐ सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बैडमिंटन कोर्ट में नये फ्लोरिंग हुए सेप्टीक टैंक को देखकर हालात से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुऐ दोपहर लगभग 2:30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजुदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया।सेप्टीक टेंक का ढक्कन खोलने पर टेंक से 1 पुरूष का शव दिखा जिसके हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त गुम इंसान पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में हुई। फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनाम के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया मृतक की सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर किया गया था । शव पंचनामा के पश्चात 4 जनवरी 25 को पोस्टमार्टम कार्यवाही की गई। प्रकरण में थाना बीजापुर में अपराध क्रमांक 01/2025, बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इस दौरान 3 जनवरी 25 को घटना के संदेही को पकडऩे हेतु गठित 1 टीम को रायपुर के लिए भेजा गया। घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया एवं घटना के अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया। घटना के आरोपी रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार से पूछताछ की जा रही है। घटना में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी की कार्यवाही की जा रही है। घटना के आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीम बनाकर घेराबंदी की जा रही है । अभी तक की पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई है कि पत्रकार स्व. मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे तथा पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी। घटना 1 जनवरी 25 की रात को लगभग 8 बजे मृतक स्व.मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाईल पर बातचीत हुई। तत्पश्चात मृतक मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार बीजापुर की चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचे तथा रात्रि भोजन करने लगे। इसी दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा मुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद हमारे कामधाम में सहयोग की बजाय बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई। इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित उनके सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया । दोनो आरोपियों के द्वारा किये गये हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए पास के सेप्टीक टेंक में डाल दिया एवं उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया। तत्पश्चात आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार जो जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य परिजनों के साथ मौजुद थे। उनसे संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुए । इस दौरान दिनेश चन्द्रकार द्वारा तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचे । रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार की मुलाकात बोदली में हुई। तथा घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने हेतु साजिश रचा गया। आरोपी रितेश चन्द्रकार,महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाईल को ठीकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गये। उसके बाद रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार को सेप्टीक टेंक को प्लास्टर करने हेतु बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के वाहन से रायपुर के लिए रवाना हो गया। तत्पश्चात रितेश चन्द्रकार द्वारा 2 जनवरी 25 के शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए चले गये। 2 जनवरी 25 के सुबह दिनेश चन्द्रकार द्वारा चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टीक टेंक को नये सिरे से सिमेंट फ्लोरिंग की गई थी।
मामले की विवेचना के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी द्वारा पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के हत्या के प्रकरण में जिला बीजापुर के कोतवाली थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 01/2025 की अग्रिम विवेचना हेतु मयंक गुर्जर(आईपीएस), अति.पुलिस अधीक्षक, बीजापुर के नेतृत्व में गठित की गई 11 सदस्यीय एसआईटी टीम को सौंपा गया है। प्रकरण के फरार आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गिरफ्तारी हेतु अलग-अलग से 4 पुलिस टीम उनकी संभावित लोकेशन पर घेराबंदी की जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, जगदलपुर सुंदरराज पी. द्वारा बताया गया कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नही जायेगा । जांच हेतु गठित एसआईटी टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन हेतु चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जावेगी। ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है । विगत 4 घंटे में सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है। अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ साथ ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार द्वारा अवैध तरीके से निर्माण की गई कंस्ट्रक्शन यार्ड को भी ध्वस्त किया गया।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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