सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगा जानकारी तो थमाया 6 लाख का बिल

सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगने पर बीएमओ ने कहा पहले 6 लाख रुपए भरो तब मिलेगा जानकारी

सूरजपुर/ओड़गी :– सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगना भी सर दर्द हो गया है या यूं कहें कि अधिकारी कर्मचारी अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए मोटी रकम की मांग कर कागज देने की बात कर रहे हैं।

ओडगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मामला

मामला ब्लॉक मुख्यालय ओडगी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां कुछ दिन पूर्व में शशि जायसवाल के द्वारा जानकारी मांगी गई तो बीएमओ ने कागज पर 6,32,524 लाख रुपए देकर जानकारी देने की बात लिखी गई है जबकि उसमें पूरा मापदंड दर्शाया नहीं गया है वे जो जानकारी देंगे उसमें प्रति पेज कितना रुपया लगेगा जो आमतौर पर लिखा और बताया जाता हैं।

जानकारी मांगने पर क्यों हुई बौखलाहट

इतने मोटी रकम से साबित क्या कहना चाहते हैं यह तो पता नहीं लेकिन इनके बौखलाहट यह जरूर बया कर रहा है कि साहब जरूर कोई अपना कुछ भ्रष्टाचार छुपाने की भी कोशिश कर रहे हैं, जिसकी भनक मीडिया को लग गई है और वह यह लिखकर बात को टालने की कोशिश कर रहे हैं।

मांगी गई जानकारी

आवेदनकर्ता के द्वारा जानकारी जनवरी 2019 से नवंबर 2024 तक आयुष्मान भारत योजना से संबंधित मांगी गई है क्योंकि इस बीच में ही एक मामला सामने आया था कि एक कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा आयुष्मान योजना से आया रुपया को अपने प्रेमिका के खाते में डाल दिया गया था ऐसा कृत्य बीएमओ साहब के नाक तले होता रहा।

बौखलाहट बताता है कि कितने राज दबे हुए है

सूचना अधिकार के तहत पत्रकार के द्वारा जानकारी मांगने पर और सूचना अधिकारी द्वारा आगबबूला होने से ही पता चलता कि जब इस प्रकार से मामला आ सकता है तो और भी कितने राज छुपे होंगे जिसका कोई हिसाब ही नहीं साहब से कई बार इस विषय में चर्चा किया गया तो बात को हंसी मजाक करके टाल देते थे। अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद प्रशासन क्या एक्शन लेता है यह देखने वाली बात होगी।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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