बिलासपुर। सुरक्षा ड्यूटी के दौरान ट्रेनों में गांजा तस्कारी करने वाले आरोपी आरक्षकों की डेढ़ करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया है। आरोपी चारों आरक्षकों द्वारा ट्रेन में पेट्रोलिंग चेकिंग ड्युटी में महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, चांपा, सक्ति, रायगढ आदि जगहों में जाते समय अपने साथ प्राईवेट व्यक्तियों गुड्डु उर्फ योगेश सोंधिया, छोटु उर्फ श्यामधर चौधरी को साथ में लेकर जाते थे। ट्रेन में चेकिंग के दौरान गांजा बरामद होने पर छोटु और गुड्डु के माध्यम से पूर्व से गांजा खरीदी के लिए बुलाए गए व्यक्तियों को ट्रेन में ही गांजा की सप्लाई कर दी जाती थी। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध सिद्ध होने पर कोर्ट में अभियोग पत्र पेश किया गया है। बिलासपुर पुलिस एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में नशे को जड़ से खत्म करने के लिए आपरेशन प्रहार चला रही है। इस ऑपरेशन के तहत ईंड टू ईंड कार्रवाई करते हुए नशे के जड़ में पहुंच कर नशे के अवैध कारोबार से कमाई संपत्ति की वित्तीय विवेचना करती है। इसके बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और ईडी की तरह नशे से कमाई गई संपत्ति को अटैच करने की कार्यवाही की जाती है। पूर्व में भी 20 वर्षों से नशे का एम्पायर तैयार कर अवैध नशीली इंजेक्शन का कारोबार करने वाले सुच्चा को बिलासपुर पुलिस ने जबलपुर से गिरफ्तार किया था और उसकी करोड़ों की संपत्ति अटैच की थी। अब गांजा तस्करी करने वाले जीआरपी आरक्षकों की संपत्ति अटैच करने की कार्यवाही की गई है। 23 अक्टूबर को जीआरपी थाना बिलासपुर में आरोपी योगेश सोंधिया, रोहित द्विवेदी के कब्जे से 20 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया। जांच में तथ्यों के आधार पर पाया गया कि जीआरपी थाना में पदस्थ आरक्षक लक्ष्मण गाईन, मन्नु प्रजापति, संतोष राठौर व सौरभ नागवंषी गांजा तस्करी के अवैध कारोबार में शामिल हैं। इनके द्वारा ट्रेन में गांजा पकड़कर, गांजा को बिक्री करने के लिए अपने सहयोगी योगेश उर्फ गुड्डु, श्यामधर उर्फ छोटु को उपलब्ध कराते थे। एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में नशे के अवैध तस्करों की जड़ तक पहुंच कर की जा रही है। फायनेनिशयल इन्वेस्टिगेशन व ‘Óइण्ड-टू-इण्ड कार्यवाई के तहत आरोपी आरक्षकों के द्वारा गांजे की तस्करी में शामिल रहकर अवैध रूप से अर्जित राशि को स्वयं के व बेनामी बैंक खातों में नगद व ऑनलाईन प्राप्त करते थे। जीआरपी का एक आरक्षक अपने साले के बैंक अकाउंट में गांजा तस्करी का पैसा जमा करवाता था और तस्करी के पैसे से मकान बनवाया और लग्जरी गाडिय़ा खरीदी। आरोपियो के द्वारा अवैध रूप से अर्जित राशि से करोड़ों की चल-अचल संपत्ति व लक्जरी वाहन खरीदी गई थी। जिसे चिन्हांकित कर एनडीपीएस एक्ट में निहित प्रावधानों के तहत सीज करने की कार्यवाई की गई है। प्रकरण सफेमा कोर्ट मुम्बई प्रतिवेदन प्रेषित किया जा रहा है। इस मामले में फाइनेंशियल विवेचना व इण्ड-टु-इण्ड विवेचना में शामिल टीम की एसपी द्वारा सराहना की गई है एवं पुरस्कार की घोषणा की गई है।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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