राजधानी से जनता तक । देवभोग । जिला संवाददाता-चरण सिंह क्षेत्रपाल । 26 जनवरी 76 वां गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर धान खरीदी उपार्जन केन्द्र दिवान मुड़ा में गणतंत्र दिवस मनाया गया, गणतंत्र दिवस के इस राष्ट्रीय पर्व पर विशेष रूप से पधारे शोभा चंद पात्र व्यापारी प्रकोष्ठ जिला संयोजक ने पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत गणराज्य का एक राष्ट्रीय पर्व है, जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 2025 में भारत का 76 वां गणतंत्र दिवस भारत देश में मनाई जा रही हैं। इसी तरह आज देवभोग क्षेत्र के अंतर्गत धान खरीदी उपार्जन केन्द्र दिवान मुड़ा में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे थे और उसी दरम्यान उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह में तिरंगा झण्डा फहराया तथा झण्डे को सलामी दी। कार्यक्रम शुभारंभ करने से पहले अतिथियों व विशिष्ट अतिथियों और साथ में पधारे हुए समस्त ग्रामीण किसानों, युवाओं को स्वागत सत्कार किया गया, तथा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत देश एक गणतंत्र राज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने लिए 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया। और 26 जनवरी 1950 को लागू हो गया था। इसे लागू करने के लिए 26 जनवरी की तिथि को इसीलिए चुना गया था। इसी दिन हर भारतीय अपने देश के लिए प्राण देने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत देश में शासकीय संस्था, अर्ध्दशासकीय संस्था , कम्पनियों,स्कूलों, कालेजों आदि में झण्डा फहराया जाता है और उसी अवसर पर विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित कि जाती है। सबसे पहले भारत देश में राजधानी दिल्ली में भारतीय ध्वज फहराया जाता है। राष्ट्रपति दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारतीय ध्वज फहराते हैं। उन्होंने और भी यह बताया कि गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि 26 जनवरी 1950 को पूरे 2 साल 11 महीने 18 दिन लगा। भारत की पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा और सक्रिय आंदोलन आरंभ हुई तो उसी दिन से 1947 में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है।15 अगस्त 1947 को भारत देश में स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार किया गया। और 26 जनवरी को भारत गणराज्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्यों कि इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। इस दिन हमारे देश को एक संप्रभु राष्ट्र, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था। वैसे तो देश का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हो गया था। लेकिन 26 जनवरी को पूर्णतः लागू हो गया था। आज के इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से व्यापारी प्रकोष्ठ जिला संयोजक शोभा चंद पात्र,धान खरीदी उपार्जन केन्द्र समिति अध्यक्ष खिरसिंदुर पात्र, प्रभारी बिभूती बेहरा,व अन्य सभी ग्रामीण किसान, युवा सहित मौजूद थे।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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