रायपुर । राजधानी रायपुर के थाना सिविल लाइन क्षेत्र में अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरी लगाने का झांसा देकर 5 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी, कपिल देशलहरे, को गिरफ्तार किया है। अब तक कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने 65 से अधिक बेरोजगारों को अपना शिकार बनाया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये लिए थे, लेकिन नौकरी नहीं दी। गिरफ्तार आरोपियों में देवेन्द्र जोशी, झगीता जोशी, स्वप्निल दुबे, नफीज आलम, हलधर बेहरा, सोमेश दुबे और अब कपिल देशलहरे शामिल हैं। इन सभी पर विभिन्न धाराओं के तहत सिविल लाइन थाना में मामला दर्ज किया गया है।
बताया जाता है कि प्रार्थिया अंजना गहिरवार ने 29 जनवरी 2025 को रिपोर्ट दर्ज करायी कि फरवरी 2021 में उसे और अन्य पीडि़तों को नौकरी का झांसा देकर 25-25 लाख रुपये लिए गए थे, लेकिन नौकरी नहीं दी गई। पूछताछ के दौरान आरोपी कपिल देशलहरे ने स्वीकार किया कि उसने लगभग 30 लाख रुपये लेकर बेरोजगारों को खाद्य निरीक्षक और अन्य विभागों में नौकरी लगाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है और इसके साथ ही आरोपियों के बैंक खातों में लगभग 15 लाख रुपये होल्ड कराए गए हैं।अब तक, पुलिस ने लगभग 25 पीडि़तों की पहचान कर ली है और मामले की आगे की जांच जारी है।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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