जिला संवाददाता-चरण सिंह क्षेत्रपाल राजधानी से जनता तक
गरियाबंद – देवभोग क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले तैल नदी पार छत्तीस गांवों के कुछ गांवों में बिजली बिल की भुगतान उपभोक्ताओं ने नहीं किया है। जिसके चलते गुरुवार को दोपहर में विद्युत विभाग ने अपने टीम के साथ गांवों में पहुंच कर बिजली बिल भुगतान नहीं किये गए हैं ऐसे गांवों में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिजली काटना शुरू कर दिये है। बिजली कटौती कर रहे विद्युतकर्मियों ने बताया कि उपभोक्ताएं जब तक बिजली का बिल भुगतान नहीं करेंगे ,तब तक बिजली हमेशा के लिए कटौती ही रहेगी। जिसके चलते विद्युत विभाग ने गुरुवार को गांव- गांव में जाकर बिजली काटना शुरू कर दिया है। डूमरबाहाल में नवनिर्वाचित सरपंच दुकलेश्वर ध्रुवा ने अपने गांव में बिजली कटौती को लेकर कहा कि हमें सिर्फ एक दो सप्ताह का समय दीजिए । गांव के सभी लोग आपस में चर्चा करेंगे और तत्काल बिजली बिल भुगतान कर देंगे। सही मायने को लेकर उक्त कर्मचारियों को तसल्ली के लिए पंचायत प्रस्ताव भी कर दिया गया है। इसके बावजूद भी विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने धल्ले से बिजली कटौती कर दिए गए है।तैल नदी पार छत्तीस गांवों के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के पालकों । अभिभावकों ने बताया कि अभी बोर्ड परीक्षाएं चल रही है, हमारे लड़के बच्चे बी.ए. ,बी.काम. व दसवीं, बारहवीं बोर्ड की परीक्षा दे रहें हैं। और उसी दरम्यान बिजली कटौती कर दी गई है , यह बड़ी संकट की घड़ी है ,चूंकि कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जोकि परीक्षा नजदीक आती हैं तो वह परीक्षा की तैयारी के लिए घर में पढ़ाई करते हैं। इसी बीच बिजली की कटौती होना इसका मतलब यह हुआ कि छात्र छात्राओं के उज्जवल भविष्य में बुरा असर पड़ कर जिदंगी में भारी संकट आ जाना। स्कूली छात्र-छात्राएं दुकानों से टार्च लाइटें खरीद कर अपने घरों में उजाला कर वह परीक्षा की तैयारीयां कर रहे हैं। छात्र-छात्राएं बिजली कटौती से नाराजगी जताई है। उन्होंने यह बताया कि हमें एक बार फिर से सभी विषय के पृष्ठवार एक बार पुनः प्रयास किया जाता है तो मुख्य प्वाइंट को ध्यान से पढ़कर तैयारियां कि जाती हैं। विभिन्न बोर्ड परीक्षा दे रहे सभी छात्र -छात्राओं ने कहा कि, इस साल बोर्ड परीक्षा हम दे रहें हैं तो हम परीक्षा देने में संकोच हो रहे हैं। क्यों कि प्रश्न पत्र का हल करने में कठिनाइयां हो रही हैं, घर में बिना तैयारी कर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने असंभव है, जिसके कारण वह बहुत ही असंतुष्ट हैं। क्यों कि परीक्षा के समय बिजली कटौती हो जाने से घर में परीक्षा की तैयारियां पूर्ण रूप से परिपक्व नहीं हो पाना । इसी कारण से छात्रों ने बताया कि इस साल 2025 की छतीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल बोर्ड दसवीं व बारहवीं कक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होना काफी मुश्किलें दिखाई दे रही है। आए दिनों में हमारे उज्जवल भविष्य में किसी पीड़ा ग्रह मंडराने से अच्छी फल प्राप्त के जगहों पर विपरीत प्रभाव पड़ने की स्थिति बनी हुई हैं। छात्रा – छात्राओं के उज्जवल भविष्य अंधकारमय हो सकता हैं। इसी लिए सभी ग्रामीणों ने शासन -प्रशासन से आग्रह किया है कि हमारे बच्चों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए बिजली कटौती पर रोक लगाई जाए ,ताकि हमारे देश के उज्जवल भविष्य निर्माण करने वाले भावी पीढ़ी को आगामी दैनिक दिनचर्या में संकटों का पहाड़ खड़ा हो कर उज्जवल भविष्य को कोई लम्बी समयावधि तक के लिए नुक़सान न हो जाए।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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