मस्तुरी में सरकारी अनाज घोटाला: दो आरोपी गिरफ्तार, स्टॉक की जांच करने पर पकड़ी गई गड़बड़ी

राजधानी से जनता तक । मस्तुरी थाना क्षेत्र में सेवा सहकारी समिति द्वारा शासकीय राशन की हेराफेरी का मामला सामने आया है। इस घोटाले में शामिल समिति प्रबंधक मनोज रात्रे (48) और विक्रेता मनीराम कुर्रे (49) को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।

कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?

खाद्य निरीक्षक ललिता शर्मा और उनकी टीम ने 22 अगस्त 2024 को सेवा सहकारी समिति मस्तुरी में खाद्यान्न वितरण की जांच की थी। रिपोर्ट के अनुसार, समिति को 1 अप्रैल 2024 को राशन वितरण के लिए 303 क्विंटल चावल, 853 क्विंटल शक्कर और 646 क्विंटल नमक दिया गया था। लेकिन जब अधिकारियों ने स्टॉक की जांच की, तो 272.50 क्विंटल चावल कम पाया गया, जबकि 377 क्विंटल शक्कर और 8.04 क्विंटल नमक अतिरिक्त पाया गया।

इस अनियमितता की रिपोर्ट 27 अगस्त 2024 को कलेक्टर खाद्य शाखा, बिलासपुर को भेजी गई, जिसने मामले को गंभीर मानते हुए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।

कलेक्टर के आदेश के बाद, मस्तुरी थाना पुलिस ने धारा 3/7 ईसी एक्ट, 316(5) और 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (IPS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) उदयन बेहार और उप पुलिस अधीक्षक (अजाक) डी.आर. टंडन के निर्देश पर टीम ने आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने राशन की हेराफेरी करने की बात स्वीकार की।

जांच में पता चला कि सरकारी अनाज को अनधिकृत तरीके से बेचा गया और गबन किया गया।

272.50 क्विंटल चावल स्टॉक से गायब था।

377 क्विंटल शक्कर और 8.04 क्विंटल नमक अतिरिक्त पाया गया, जो दर्शाता है कि स्टॉक में हेरफेर की गई थी।

समिति प्रबंधक और विक्रेता ने राशन वितरण में फर्जीवाड़ा कर सरकारी खाद्यान्न को अवैध रूप से बेचने का प्रयास किया।

आगे की कार्रवाई

दोनों आरोपियों को 18 मार्च 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

Rajdhani Se Janta Tak
Author: Rajdhani Se Janta Tak

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