अभिषेक तिवारी
पाली विकासखंड के ग्राम कोरबी धतुरा के प्राथमिक शाला झालापारा का संचालन किया जाता है. दुर्दशा का शिकार यह विद्यालय भवन काफी जर्जर हालत में है.मौत के साए में पढ़ाई, जर्जर स्कूल में लग रही कक्षाएं, बच्चों की जान पर बन सकती है आफत जर्जर स्कूल में पढ़ने को बच्चे मजबूर जिले में कई स्कूल ऐसे हैं. जहां स्कूली बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर जर्जर स्कूल में पढ़ाई करने पर मजबूर है. दरअसल, कोरबी धतुरा का प्राथमिक शाला झालापारा भवन पूरी तरह जर्ज़र हो गया है ये अगले 4 वर्षो जर्जर भवन में 1सें 5 तक के बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर है यहाँ तक कि शासन प्रशासन अधिकारी कर्मचारी शिक्षक किसी को कोई मतलब नहीं उन्हें बस महीने कि अंतिम तारीख को सैलरी कि चिंता रहती है बाकी बच्चे भवन गिरने सें जान चले जाए लेकिन उन्हें कोई प्रवाह नहीं है . इसके बावजूद जर्जर भवन की मरम्मत व नवनिर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है. स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर जर्जर स्कूल भवन में पढ़ने पर मजबूर हैं. वहीं अब स्कूल के जर्जर भवन में शिक्षण कार्य के लिए पालक भी अपने बच्चों को इस स्कूल में भेजने से कतराने लगे हैं. जर्जर व खस्ताहाल भवन बरसात के दिन में छत से टपकते पानी के बीच गांव के बच्चे मौत के साये में पढ़ाई कर रहे हैं. शिक्षा के मंदिर में कभी भी हो सकता है मौत का तांडव बता दें कि, शासकीय प्राथमिक शाला झालापारा का संचालन किया जाता है. दुर्दशा का शिकार यह विद्यालय भवन काफी जर्जर हालत में होने के कारण शिक्षा के मंदिर में कभी भी मौत का तांडव हो सकता है. बरसात के दिनों में छत की सीलिंग का प्लास्टर अचानक टूटकर नीचे गिर जाता है, जिससे कभी भी चपेट मे आए बच्चों की जान पर आफत आ सकती है. ‘भवन को देखने अब तक कोई नहीं आए हैं’ बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि जर्जर स्कूल भवन के जीर्णोद्धार के लिए कई बार मांग किया गया, पर स्कूल भवन की हालात जस की तस बनी हुई है. इस स्कूल में गांव के 100 के आस पास बच्चे पढ़ाई करते है.पर भवन को देखने अब तक कोई नहीं आए हैं. बारिश में छत से पानी टपकता है.

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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