कोरबा। मोतीसागर पारा स्थित गैस चालित शवदाह गृह वर्षों से बदहाल स्थिति में पड़ा है, जहां अब तक एक भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। नगर पालिक निगम कोरबा के सभापति नूतनसिंह ठाकुर ने बुधवार को मुक्तिधाम परिसर का निरीक्षण किया और शवदाह गृह की दयनीय स्थिति पर गहरी नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिया कि संबंधित फर्म पर तत्काल कार्रवाई की जाए और मशीनों को शीघ्र चालू किया जाए।निरीक्षण के दौरान पाया गया कि लाखों की लागत से स्थापित मशीनें कचरे में तब्दील हो चुकी हैं और उनका समुचित रखरखाव नहीं किया गया है। मशीनों की केबल चोरी हो चुकी है और पूरा ढांचा जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है।
सभापति ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि यह परियोजना जनता के हित में शुरू की गई थी, ताकि पारंपरिक लकड़ी आधारित दाह संस्कार की जगह गैस आधारित पर्यावरण मित्र विकल्प उपलब्ध हो सके।
उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुक्तिधाम परिसर की साफ-सफाई और उद्यान के समुचित विकास की दिशा में भी तत्परता दिखाई जाए।निरीक्षण के दौरान मोतीसागर पारा वार्ड की पार्षद श्रीमती रूबी सागर, देवांगन पारा के पार्षद टामेश अग्रवाल, बादल सिंह, दिवाकर सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।गौरतलब है कि वर्ष 2020 में लगभग 50 लाख रुपये की लागत से इस गैस चालित शवदाह गृह की स्थापना की गई थी। रायपुर की एक निजी फर्म को न केवल निर्माण का ठेका दिया गया था, बल्कि तीन वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी उसी को सौंपी गई थी। बावजूद इसके, आज तक इस शवदाह गृह में एक भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है।
फर्म द्वारा संचालन में कोई रुचि नहीं दिखाई गई और न ही निगम की ओर से नियमित निगरानी की गई।सभापति ने निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठेकेदार व फर्म पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में जनता के पैसों की ऐसी बर्बादी न हो।गैस चलित शवदाह गृह जहां एक ओर पर्यावरण संरक्षण में सहायक होते हैं, वहीं आम जनता के लिए यह एक सरल और सुविधाजनक विकल्प भी है।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
राजधानी से जनता तक न्यूज वेबसाइट के आलावा दैनिक अखबार, यूटयूब चैनल के माध्यम से भी लोगो तक तमाम छोटी बड़ी खबरो निष्पक्ष रूप से सेवा पहुंचाती है