पोस्टमार्टम के लिए पैसों की मांग: बीएमओ ने संबंधितों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

सीएम तक पहुंचा मामला: प्रभारी मंत्री ने दिए जांच के आदेश

 

दीनदयाल यदु/जिला ब्यूरो चीफ 

 

खैरागढ़ : मौत के दौरान शराब सेवन नहीं करने की बात कागजो में नही लिखने दस हजार मांगने वाले सहायक का आडियो वायरल होने के बाद से अस्पताल में हड़कंप मच गया है। आम लोग इस घटना को गिरती हुई मानवता, संवेदनहीनता जैसे नए नए शब्द से परिभाषित कर भड़ास निकाल रहे है वही मामले में जिम्मेदार सहायक के साथ साथ डॉक्टर की भूमिका को लेकर भी लोग सवाल उठाने लगे है हालांकि मामले में प्रारंभिक कारवाई करते हुए बीएमओ डॉ विवेक बिसेन ने इस घटना को अस्पताल की छवि दागदार करने का कुत्सित प्रयास बताते हुए संबंधित को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

लोगों का कहना है कि यह पहली बार नही हुआ है इसके पहले भी उक्त सहायक का कई बार विवादों में नाम सामने आया है, लेकिन वरिष्ठ चिकित्सक का खास होने के कारण कोई कारवाई नही हुई। आडियो में सहायक गोलू उर्फ संतोष सिंहा स्पष्ट रूप से कह रहा है कि सर से बात हो गई है। जॉच टीम आएगी, कोर्ट में बयान देना जाना पड़ता है। सर को बहुत परेशानी होती है। तुम आठ साढ़े आठ हजार दे दो मै सर को समझा दूंगा। पीएम रिपोर्ट मे अल्कोहल सेवन की बात को दबाने जिस हिसाब से डॉक्टर का सहायक खुलेआम रूपयों की डिमांड कर रहा है उससे स्प्ष्ट पता चलता है कि मामले में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी लोग मानवता को शर्मसार करने में तुले हुए है।

 

*इस घटना से अस्पताल की छवि हुई दागदार, सीएम तक पहुंची शिकायत*

 

इलाज के दौरान महंगी दवाई, कमीशन के फेर में बिना जरूरत नए नए जाँच और ओपीडी से ज्यादा समय घर के क्लिीनिक में बीताने की बात तो अब सामान्य हो गई है, लेकिन पीएम रिपोर्ट में फेरबदल नहीं करने से नुकसान होने की बात कहते हुए पैसो की खुलेआम डिमांड करते हुए कहना कि अगर सर ने रिपोर्ट में अल्कोहल सेवन का उल्लेख कर दिया तो ना बीमा मिलेगा, ना कोई क्लेम तो इस स्थिति में दूध भी गिरेगा और दुहनी भी टूट जाएगी। हालांकि उसने बातचीत के दौरान डॉक्टर का नाम नही लिया, लेकिन हर बार यही कहा कि सर से बात हो गई है, यदि पूरे पैसों का जुगाड़ नही हुआ कमीबेशी हुई तो मै गरीब आदमी है करके साहब को मना लूंगा। पैसा लेकर जल्द आओ क्योंकि पुलिस ने फोन कर शार्ट पीएम रिपोर्ट मांगा है। यह पहली घटना है जिसे लेकर शहरवासी भी खासे नाराज है। पता चला है कि कुछ ने हरिभूमि के इस खुलासे के बाद पेपर कटिंग सीएम विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा सहित स्वास्थ और प्रभारी मंत्री को उनके पर्सनल नंबर पर वाट्सअप कर कारवाई की मांग की है। वहीं पता चला है कि प्रभारी मंत्री ने भी इस मामले की जाँच के लिए जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिया है।

Deendyal Yadav
Author: Deendyal Yadav

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