राजधानी से जनता तक|कोरबा| कोरबा जिले के ग्राम पंचायत दोन्दरो में एक परिवार का वर्षों पुराना मकान बिना किसी पूर्व सूचना या कानूनी प्रक्रिया के जेसीबी चलवाकर तोड़े जाने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि यह कार्रवाई पंचायत के सरपंच बंधन सिंह के निर्देश पर की गई। पीड़ित परिवार ने इस कृत्य को अवैध, मनमाना और अराजक बताते हुए जिला प्रशासन से तत्काल न्याय दिलाने की माँग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित युवराज सिंह बंजारे, महेश्वर कुमार बंजारे, मनमोहन सिंह बंजारे, चंद्रहास बंजारे एवं राजेन्द्र बंजारे, सभी पिता स्व. भोपाल सिंह बंजारे, ने बताया कि वर्ष 2002 में उनके पिता ने ग्राम दोन्दरो निवासी डेविड मसीह से खसरा नंबर 405/1 की लगभग 40 डिसमिल भूमि एक विक्रय अनुबंध के माध्यम से प्राप्त की थी। तब से परिवार उसी भूमि पर निवास कर रहा था। बताया गया कि उक्त भूमि पर बना मकान क्रमांक 118/17, जिसमें चार कमरे, एक रसोई, शौचालय-बाथरूम और एक बोरवेल की सुविधा थी, 29 मई 2025 को सरपंच के निर्देश पर जेसीबी से पूरी तरह ढहा दिया गया। परिवार का कहना है कि इस मकान को 23 वर्षों से निवास करते हुए उन्होंने संजोया था और इसके लिए कोई भी पूर्व सूचना, नोटिस या वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ितों ने यह भी बताया कि उक्त भूमि में से कुछ भाग को ग्राम पंचायत को जल टंकी निर्माण हेतु स्वेच्छा से सौंपा गया था, जिसकी लिखित सहमति भी संपादित हुई थी। इसके बावजूद सरपंच द्वारा शेष निजी भूमि पर अवैध कब्जा करते हुए पूरे मकान को ढहा दिया गया, जिससे परिवार को भारी आर्थिक नुकसान और मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस कार्रवाई को मनमानी और पक्षपातपूर्ण बताया है। ग्रामीणों का कहना है कि गाँव में कई शासकीय ज़मीनों पर खुद सरपंच ने कब्जा किया हुआ है, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। वहीं जो परिवार 23 वर्षों से रह रहा था, उनके मकान को बिना नोटिस ढहा देना सरासर अन्याय है। जनता की अपेक्षा है कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्षता से जाँच कर दोषियों को सजा दिलाए और पीड़ित परिवार को न्याय उपलब्ध कराए।

Author: Sangam Dubey
छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय होता हुआ राजधानी से जनता तक दैनिक अखबार के साथ न्यूज पोर्टल, यूटयूब चैनल,जो दिन की छोटी बड़ी खबरों को जनमानस के बिच पहुंचाती है और सेवा के लिए तत्पर रहती है dainikrajdhanisejantatak@gmail.com