जिला संवाददाता-चरण सिंह क्षेत्रपाल
गरियाबंद – जिलें के पितईबंद घाट पैरी नदी में रेत माफियाओं के होंसले इतने बुलंद हो गये है कि अब वह लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ पत्रकारों पर बिंदास हमला करने से भी गुरेज नहीं कर रहे है। सोमवार को कुछ पत्रकारों ने अवैध खदान की कवरेज करने पहुंचे उन पर खदान संचालक के गुर्गों ने जानलेवा हमला कर दिया। गुर्गों ने न सिर्फ पत्रकारों के कैमरे और पहचान पत्र छीन लिए, और साथ में उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।जान बचाने के लिए पत्रकारों ने खेती खलिहानों में जाकर छिपना पड़ा। खनिज विभाग की टीम तो नहीं पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद खदान संचालक के 7-8 गुर्गे वहां आ धमके। पहले उन्होंने पत्रकारों से बहसबाजी की, फिर कैमरा, और आईडी कार्ड छीन लिए गए और मारपीट शुरू कर दी।जब पत्रकारों ने भाग कर जान बचाई तो गुर्गे ने बाइक और स्कूटी से उनका पीछा करते रहे। घटना के तुरंत बाद पत्रकार इमरान मेमन ने मीडिया और प्रशासनिक अधिकारियों के ग्रुप में एक विडियो संदेश भेज था। इस घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर भगवान सिंह उईके ने एसडीएम को मौके के लिए रवाना किया और एडिशन एसपी जितेन्द्र चंद्राकर ने राजिम पुलिस को तत्काल भेजने के निर्देश दिए। फ़िलहाल पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद हैं और मामले की जांच में जुट गई है।बता दें कि रायपुर के एक व्यक्ति द्वारा पितईबंद घाट पर अवैध रेत खनन की जानकारी मिलने के बाद पत्रकार इमरान मेमन,थानेश्वर साहू, जितेन्द्र सिन्हा और अन्य मिडिया कर्मि मौके पर कवरेज के लिए पहुंचे थे। मौके पर रेत की अवैध परिवहन करते वाहन मिले,जिसकी सूचना पत्रकारों ने तत्काल जिला खनिज अधिकारी को दी। खनिज विभाग अधिकारी व कर्मचारी ऐन मौके पर पहुंचे नहीं इसी लिए पत्रकारों को हमला करने में कामयाब रहे।
और जान बचा निकाली पत्रकार इधर दौड़ा दौड़ा कर उनके सांस फूलने लगी थी, जैसे तैसे करके हिम्मत बढ़ा कर चुंगल से भाग निकले।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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