जिला संवाददाता-चरण सिंह क्षेत्रपाल

देवभोग – गरियाबंद जिले के देवभोग विकास खण्ड अंतर्गत तेल नदी पार छत्तीस गांवों से केन्दूवन से लेकर खोकसरा सेन्दमुड़ा तेल नदी मार्ग तक पीएम सड़क मार्ग अति जर्जरता होने के कारण स्कूलों-कॉलेजों में शिक्षा अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों से लेकर आम राहगीरों तक हो रहे परेशान।इन क्षेत्रों में प्रधानमंत्री सड़क निर्माण कराई गई है, लगातार बारिश गिरने की वजह से सड़कें जर्जर व उबड़-खाबड़ बड़े- बड़े गढ्ढों में तब्दील हो गई है। जिला पंचायत सदस्य देशबन्धु नायक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम सड़क निर्माण हो या पीडब्ल्यूडी सड़क निर्माण दोनों विभाग द्वारा डामरीकरण सड़क निर्माण कराई गई है सड़कें लम्बी अवधि तक टिकाऊ नहीं हो पा रहा है और कुछ दिनों ही बाद सड़क दरारें पड़ने से बारिश के मौसम में गढ्ढे बनना शुरू हो जा रही है,इन गढ़्ढो में पानी भर जाने से आवाजाही राहगीरों को वाहन से आवागमन करने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। और यहां तक कि सड़क गढ्ढे में वाहन की पहिया सीधे गढ्ढे में गिर जाने से कई लोग चौटील होकर भुगत रहे है। इस व्यस्त मार्ग की स्थिति पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। स्कूली बच्चों और आम राहगीरों को गढ्ढे से होकर प्रतिदिन गुजरना पड़ता है। चालक जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं। सड़क की गारंटी अवधि समाप्त होने को जा रहा है, और उसी दौरान सड़क का मरम्मत नहीं हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गढ़्ढो में भरें पानी की वजह से गाड़ी अनियंत्रित हो जाते है। इससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। वाहनों सड़क पर गिरने से टूट फूट भी हो रही है। अभी तक कोई भी समाधान नहीं निकला है।
निर्माण समिति सभापति देशबन्धु नायक ने और भी यह बताया कि इस समस्या से संबंधित विभाग को निष्ठीगुडा़ समाधान शिविर में जानकारी अवगत करवाईं गई, लेकिन संबंधित विभाग अधिकारी ने आगामी सत्र को मरम्मत कार्य होगी बताया गया। क्या आगामी सत्र तक इस सड़क मार्ग से स्कूली बच्चे व आम राहगीरों को गढ़्ढो व उबड़-खाबड़ सड़क मार्ग से प्रतिदिन दर-दर ठोकरें खाते रहेंगे और अपने जान को जोखिम में डालेंगे। केन्द्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में जनकल्याणकारी योजनाओं के नाम से लाखों करोड़ों रुपए स्वीकृत दिया जा रहा है। लेकिन इधर जमीनी स्तर के अधिकारी व ठेकेदार मिली भगत से मोटी रकम कमाई करने के चक्कर में निर्माण कार्य को नेल पॉलिश की तरह रंगाई पुताई कर बाकी राशि को गटका जा रहा है।बेलाट नाला से दिवान मुड़ा, और झाखरपारा से उसरी पानी सहसखोल कोडकी पारा इन क्षेत्रों में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा डामरीकरण सड़क मार्ग में अति जर्जर होने से कुछ महीनों बाद मरम्मत कार्य किया गया है, जैसे ही अचानक एक बारिश हुई तो सड़क बीच में बड़े बड़े गढ्ढे हो गए हैं। इस मरम्मत कार्य के लिए सरकार लाखों रूपए स्वीकृत दी है। लेकिन इधर जमीनी हकीकत देखा जाए तो सब गोलमाल हो रहा है। सरकार लाखों रूपए खर्च कर रही है ये सब किसके लिए है सिर्फ आम नागरिकों के लिए, लेकिन इधर संबंधित विभाग अधिकारी व ठेकेदार मिली भगत से गुणवत्ताहीन कार्य करवा कर बाकी राशि को हड़प लिया जा रहा है। आखिर सड़क निर्माण के लिए किसके नाम से सरकार भेज रही है।सिर्फ जनता के विकास के लिए अरबों रुपए स्वीकृत दिया जाता है, लेकिन जनता और सरकार को धोखा देकर मिलीभगत से चट्टे-बट्टे अपने बैंग मनी को फूल से भरने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।
जब जनता एक दिन मुड़ में आ जायेगी तब सबके रूह कांपने लगेगी और सब ठिकाने में आ जाएंगे। इस लिए तो राजनीति की परिभाषा में कहा गया है ‘जनता है तो सब बनता है’ यदि जनता रूठे तो अच्छे-बुरे को भी सौ बार सोचना पड़ता है।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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