गरियाबंद | राजधानी से जनता तक। देवभोग जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कदलीमुड़ा में विवादित पंचायत सचिव देवानंद बीसी की पदस्थापना ने गांव में भारी विवाद खड़ा कर दिया है। जिला पंचायत सीईओ घासीराम मरकाम द्वारा देवानंद को उसके गृह ग्राम कदलीमुड़ा का प्रभार सौंपने के आदेश ने ग्रामीणों, वार्ड पंचों और उपसरपंच के विरोध के बावजूद आग में घी डालने का काम किया है।

गौरतलब है कि देवानंद बीसी का पूर्व में भी कई विवादों से नाता रहा है। 15 मई 2025 को उपसरपंच कल्याण सिंह समेत 12 वार्ड पंचों ने देवभोग जनपद सीईओ के समक्ष प्रस्तुत होकर देवानंद को कदलीमुड़ा में पदस्थ न करने की मांग की थी। बावजूद इसके, जिला पंचायत सीईओ मरकाम ने पदस्थापना आदेश जारी कर सबको चौंका दिया।
गांव में शुरू हुई बैठकों की श्रृंखला, सीएम से शिकायत की तैयारी
देवानंद की नियुक्ति के बाद ग्रामीणों ने इसे जनविरोधी कदम बताते हुए गांव में बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। अब ग्रामीण छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से लिखित शिकायत करने की योजना बना चुके हैं।
कार्यकुशल सचिव को हटाना सवालों के घेरे में
वर्तमान पंचायत सचिव जितेंद्र नेताम को बिना किसी शिकायत या कारण के हटाना ग्रामीणों की समझ से बाहर है। नेताम 18 अक्टूबर 2024 से कदलीमुड़ा में कार्यरत हैं और पूरे ब्लॉक में तेज-तर्रार और कर्मठ सचिव के रूप में पहचाने जाते हैं।
चुनावी सौदेबाजी का आरोप
सूत्रों के मुताबिक, देवानंद बीसी ने पंचायत चुनाव के दौरान सरपंच बेलमती नागेश को समर्थन का वादा किया था। बदले में सरपंच ने चुनाव जीतने के बाद उसे गृह ग्राम में पदस्थ करने का आश्वासन दिया था। ग्रामीणों का आरोप है कि अब वही चुनावी सौदेबाजी पूरी की जा रही है।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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