पर्यावरण विभाग एवं जिला प्रशासन कर रहा है लोगों के जीवन से खिलवाड़

पर्यावरण विभाग एवं जिला प्रशासन कर रहा है लोगों के जीवन से खिलवाड़

 

राखड़ डंपिंग वालों के खिलाफ कार्रवाई न होने से हौसले बुलंद

 

जैजैपुर। सक्ति जिले के प्लांटों से निकलने वाले राखड़ डंप करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है । जैजैपुर क्षेत्र में पिछले चार – छह महीनों से प्लांटों से निकलने वाले राखड़ को जगह जगह हाइवा द्वारा डंप कर दिया जा रहा है। पर्यावरण विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा बिना जांच किए रिहायशी इलाकों में राखड़ डंपिंग करने का अनुमति दे देते हैं और एयर कंडीशनर ऑफिस में आराम फरमाते हैं। जिसके फलस्वरूप लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने 12 टन की क्षमता वाले सड़कों में 30-35 टन राखड़ लेकर हाइवा एवं ट्रेलर बेखौफ दौड़ रहे हैं। जिसके कारण सड़क जर्जर हो रहे हैं। कई गांवों में बेखौफ दौड़ रहे वाहनों से आये दिन लोग दुर्घटना का शिकार भी हो रहे हैं।बावजूद इसके पर्यावरण विभाग एवं जिला प्रशासन तमाशबीन बने बैठे हैं। शायद जिम्मेदार अधिकारियों को पावर प्लांटों से मोटा चढ़ावा मिल गया होगा इसलिए कार्रवाई नही कर पा रहे हैं। और लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ हाथ मिला लिया है।

 

खम्हारडीह, सेंदरी एवं घिवरा में गिर रहा है राखड़

 

जैजैपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत कलमीडीह के आश्रित ग्राम खम्हारडीह, सेंदरी एवं घिवरा में नियम विरुद्ध राखड़ डंपिंग किया जा रहा है।

 

नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने सदन में उठाया था राखड़ डंपिंग का मुद्दा

 

बजट सत्र के बाद प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कोरबा एवं जांजगीर लोकसभा क्षेत्र में हो रहे राखड़ डंपिंग का मुद्दा विधानसभा में उठाया था। बावजूद इसके सक्ति जिले के जैजैपुर क्षेत्र में नियम विरुद्ध राखड़ डंपिंग का खेल बेखौफ चल रहा है तो वहीं जिम्मेदार अधिकारियों के कार्रवाई करने में हाथ पांव फूल रहे हैं।पर्यावरण विभाग राखड़ डंपिंग मामले में लोगों के जीवन से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को केवल अपने वेतन एवं ऊपरी कमाई से मतलब है जनता के स्वास्थ्य से कोई लेना देना नही है जबकि उसी जनता के टैक्स के पैसे से इनको वेतन मिलता है। आज के समय में ऐसे अधिकारी अपने आपको संविधान से बड़े समझने लगे हैं और जनता के स्वास्थ्य एवं भावनाओं के साथ खेलने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।

 

*इनका कहना:-*

 

देवव्रत मिश्रा

(क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी बिलासपुर)

 

खम्हारडीह, सेंदरी एवं घिवरा में राखड़ डंपिंग की अनुमति ली गई है और उनको राखड़ के ऊपर मिट्टी फिलिंग करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है अन्यथा पावर प्लांट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

देवव्रत मिश्रा

क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी बिलासपुर

Bhuvan Chauhan
Author: Bhuvan Chauhan

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