Korba – भारतीय मजदूर संघ (BMS) ने भारत एल्युमिनियम कंपनी (बालको) प्रबंधन पर श्रमिकों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने और नियमों के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। संघ का कहना है कि प्रबंधन केवल कांग्रेस समर्थित श्रमिक संगठन इंटक के साथ वेतन समझौता कर रहा है, जबकि अन्य संघों को अनदेखा किया जा रहा है। संघ के अनुसार, वेतन समझौते में कई प्रावधान श्रम कानूनों के विपरीत हैं, जिन पर आपत्ति जताने के बावजूद सुधार नहीं किया गया। इंटक के दबाव में प्रबंधन ने समझौते में कोई बदलाव करने से इनकार कर दिया और भारतीय मजदूर संघ के सदस्यों को जबरन स्थानांतरित कर प्रताड़ित किया गया। संघ का दावा है कि वेदांता समूह की नैतिकता उच्च है, लेकिन स्थानीय प्रबंधन उनके साथ पक्षपात कर रहा है और प्रताड़ना के नए-नए तरीके अपना रहा है। यह मुद्दा छत्तीसगढ़ सरकार के समक्ष लंबित है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।भारतीय मजदूर संघ ने वेदांता समूह से निष्पक्ष जांच की मांग की है और आग्रह किया है कि श्रमिकों के स्थानांतरण और निलंबन को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए। संघ ने आशा व्यक्त की है कि वेदांता समूह न्यायसंगत निर्णय लेकर श्रमिकों के हितों की रक्षा करेगा।

Author: Rajdhani Se Janta Tak
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