जुनैद पारेख की रिपोर्ट जिला कोंडागांव

जगदलपुर/रायपुर:
छत्तीसगढ़ में 2014 की सीधी भर्ती प्रक्रिया से चयनित सैकड़ों चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों की नौकरी को शासन द्वारा अचानक रद्द कर दी गई है। इस फैसले से आहत चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने अब अपने हक की लड़ाई शुरू कर दी है। सभी पीड़ित चतुर्थ वर्ग कर्मचारी 24-6-2025 को जगदलपुर से रायपुर के लिए पदयात्रा पर निकल पड़े हैं, जो लगातार चार दोनों के पदयात्रा कर केशकाल नगर तक पहुंचे हैं जिसमें चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों में महिलाएं भी है वह अपने छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर पदयात्रा कर रहे हैं।
चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार ने बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया और दोष के उनकी नौकरी छीन ली। वर्षों की सेवा और मेहनत के बाद उन्हें “फर्जी नियुक्ति” बताकर हटाना सरासर अन्याय है। उनका कहना है कि सरकार ने उनके सपनों और परिवार की रोजी-रोटी के साथ खिलवाड़ किया है।
“हमने मेहनत से परीक्षा पास की, नियम के अनुसार चयनित हुए, फिर भी आज सड़क पर हैं। यह अन्याय अब बर्दाश्त नहीं होगा,” – ऐसा कहना है एक पदयात्रा में शामिल चतुर्थ वर्ग कर्मचारी का।
पीड़ित चतुर्थ वर्ग कर्मचारी नौकरी की बहाली और सम्मानजनक पुनर्नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। पदयात्रा के ज़रिए वे रायपुर राजधानी पहुँचकर सरकार को अपनी पीड़ा सुनाना चाहते हैं और उचित न्याय की गुहार लगा रहे हैं
