राजधानी से जनता तक /टोपू चंद गोयल

बेमेतराः बेरला तहसील के ग्राम करुद में किसान के खेत में अचानक से जमीन धंस गई. जमीन भी ऐसी धंसी की खेत के बीचो बीच 25 फीट गहरा और 20 फीट चौड़ा गड्डा बन गया. जिस किसान के खेत में जमीन धंसी उस किसान का नाम लाला साहू है. किसान को जैसे ही खबर मिली की उसके खेत में कुआंनुमा गड्डा बन गया मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई. लोग तरह तरह की बातें करने लगे. कोई इसे चमत्कार बताता तो कोई इसे भौगोलिक घटना.
किसान के खेत में बन गया देखते देखते कुआं: किसान
के खेत में जमीन धंसने की खबर जैसे ही तहसीलदार को मिली वो भी मौके पर पहुंच गए. तहसीलदार ने खेत का मुआयना कर किसानों से बातचीत की. तहसीलदार ने किसानों को बताया कि वो गड्ढे के आस पास नहीं जाएं. कुरुद ग्राम के लोग खेत में बने गड्ढे की वजह से काफी डरे हुए हैं. जिला प्रशासन ने भी प्रभावित इलाके के पास लोगों को खेत में काम करने के दौरान सावधान रहने की हिदायत दी है.
डर गए कुरुद के लोगः ग्राम कुरूद के सरपंच प्रतिनिधि
हेमनाथ साहू ने मीडिया को बताया कि जैसे ही किसान लाला साहू खेत के एक हिस्से की ओर बढ़ा, उसे जमीन में हलचल सी महसूस हुई. देखते ही देखते मिट्टी धंसने लगी और कुछ ही मिनटों में विशाल गड्डा बन गया.
अलौकिक घटना बताने लगे लोगः गांव के किसान अर्जुन साहू ने कहा की हम लोग गड्डा देखकर डर गए हैं. गांव के लोगों के बीच तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं.
कुछ गांव वाले इसे अलौकिक घटना बता रहे हैं. जिसे भी जमीन धंसने की बात पता चल रही है वो यहं आकर जमीन पर बना गड्डा देख रहा है. हम लोग इसे प्राकृतिक घटना से जोड़कर देख रहे हैं और लोगों को भी यहां समझा रहे हैं. एक्सपर्ट लोग गांव में आएंगे तो सही बात पता चलेगी.
खेत को घेरा गयाः प्रभावित खेत और गड्ढे के करीब कोई नहीं जाए इसका ध्यान रखा जा रहा है. खेत के चारों ओर रस्सी से घेरा बांध दिया गया है. लोगों को हिदायत दी गई है कि इस गड्ढे से दूर रहें.
28 जुलाई को दुर्ग में धंसी थी जमीनः कुरुद ग्राम से पहले दुर्ग के धमधा तहसील में भी ठीक इसी तरह से किसान की खेत धंस गई थी. धमधा तहसील के पेड्री ग्राम के लोगों का कहना था कि जब वो सुबह के वक्त खेत पर गए तो अचानक से जमीन भरभराकर धंस गई. खेत के मालिक जगदीश साहू इस घटना से काफी डर गए थे.
27 जुलाई 2020 को कोरबा में धंसी थी जमीनः
साउथ इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (SECL) कोरबा एरिया में आने वाले भूमिगत सिंघाली कोयला खदान का ऊपरी हिस्सा एकाएक धंस गया. एसडीबी परियोजना के अंतर्गत आने वाले कोयला खदान में हुए इस हादसे के बाद आसपास के ग्रामीण दहशत में आ गए. घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर एक गौठान भी स्थित था. अच्छी बात ये रही कि जिस वक्त खदान के ऊपर की भूमि का हिस्सा जमींदोज हुआ, तब वहां कोई भी मवेशी या इंसान मौजूद नहीं था.
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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