दीनदयाल यदु/जिला ब्यूरो चीफ

छुईखदान। क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार अघोषित बिजली कटौती का दौर जारी है। घंटों तक बिजली गुल रहने से ग्रामीणों और किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिन में कई-कई बार कटौती होने से न तो खेतों की सिंचाई हो पा रही है और न ही घरेलू कामकाज सुचारु रूप से चल रहे हैं।
गर्मी और उमस भरे मौसम में बिजली बंद होने से स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएँ सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। वहीं, किसानों का कहना है कि सिंचाई बाधित होने से फसलों पर संकट मंडरा रहा है। जिन किसानों ने कर्ज लेकर धान व सब्जी की फसल लगाई है, वे खासे परेशान हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
लोगों ने कहा है कि अघोषित बिजली कटौती ने उनके जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और अब उनका सब्र टूटता जा रहा है। आने वाले दिनों में वे गांव-गांव से लोगों को जोड़कर रैली और धरना-प्रदर्शन कर शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करेंगे ।
*पानी की मोटर चलाने के लिए बिजली ही नहीं है। खेत सूख रहे हैं, अगर यही हाल रहा तो हमारी पूरी फसल बरबाद हो जाएगी।* – *शंकर यादव किसान श्यामपुर*
*बिजली कटौती से किसानी कार्य बाधित होने के साथ साथ बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। रात में अंधेरे में मोमबत्ती जलाकर पढ़ाई करना पड़ता है।*:- *कौशल चंदेल किसान श्यामपुर*
*एक अन्य छुई खदान के किसान ने चेतावनी दी – “हम लोग अब चुप नहीं बैठेंगे। अगर जल्द ही बिजली आपूर्ति सुधरी नहीं तो हम सब मिलकर आंदोलन करेंगे।”*
*बिजली विभाग बेखबर या बेपरवाह*
*इस गंभीर स्थिति के संबंध में बिजली विभाग के सहायक अभियंता मदालसा विश्वकर्मा से बात करने पर चौंकाने वाली बयान सामने आया उन्होंने कहा :- छुईखदान क्षेत्र में कहां कहां पर अघोषित बिजली कटौती हो रही है इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है*



