राजधानी से जनता तक/ गरियाबंद संवाददाता

गरियाबंद – गरियाबंद जिले में आबकारी विभाग की सुस्त कार्यवाही के चलते शराब माफिया का गोरख धंधा फल-फूल रहा है। देवभोग विकास खण्ड में अवैध शराब का लेन-देन लगातार की जा रही है, जबकि आबकारी विभाग के अधिकारी कुंभकरण के नींद में सो रही हैं ?
देवभोग ब्लाक में खुलेआम अवैध शराब की धंधा जोरों पर
गरियाबंद जिले के देवभोग विकास खण्ड में ऐसे कई गांवों है जहां खुलेआम अवैध शराब का धंधा तेजी से चल जा रही है। ये सब कराधरा है भट्टी के कर्मचारी का है ,चुकी आबकारी विभाग जब उड़िसा डबल घोड़ा पाउच बेचने वाले अवैध शराब कारोबारियों को दबोचने निकले टीम की जानकारी पहले से ही जानकारी दी जाती है, उक्त विभाग कि टीम खाली हाथ लौटकर आते है। तथा भट्टी के कर्मचारी डबल घोड़ा पाउच बेचने वाले के घरों में जाकर वसुली किया जाता है। अभी भी कुछ गांवों में डबल घोड़ा पाउच का बिक्री तेजी से चल रही है।इससे देवभोग नगर व ग्रामीण अंचलों के बच्चों का भविष्य खतरे में दिखाई पड़ रहा है।
आबकारी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी को सिर्फ वेतन से मतलब
आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी को लगता है कि उनका काम सिर्फ महीने का वेतन लेना है, और कार्रवाई के नाम पर कोई मतलब नहीं है। आबकारी विभाग के जबावदेही अधिकारी द्वारा कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। इससे आम जनता में आक्रोश है, और वे आबकारी विभाग की कार्रवाई से ना खुश हैं।
उड़ीसा से डबल घोड़ा पाउच का क्षेत्र में बिक्री का बड़ा खेल
देवभोग ब्लाक के ऐसे कई गांवों है जैसे कच्ची शराब डबल घोड़ा पाउच बेचने वाले में निपुण हैं झाखरपारा,दरलीपारा, सरगीबहली, दिवान मुड़ा, दही गांव,सुपेबेडा ,डूमरबाहाल,कुम्हड़ईकला,अमाड़, नवा गुड़ा,दबनई,कोसमकानी, उसरी पानी,खोकसरा,ठिरलीगुडा, कोदो भाठा इन सभी गांवों में उड़िसा का डबल घोड़ा पाउच का बिक्री जोरों से चल रही है,इससे बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ रहा है। और अपराध का दर बढ़ रही है। आबकारी विभाग को इस पर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है ,साला के आड़ में जीजा देवराज प्रधान लुके छूपे उड़िसा राज्य से उत्पादन नशीले पेय पदार्थ डबल घोड़ा पाउच का बिक्री करोबार तेजी से चल रही है। देवभोग भट्टी मैनेजर जय लाल बघेल और पुस्तम मांझी के आड़ में क्षेत्र में फल-फूल रहे शराब माफिया का गोरखधंधा तेजी से चल रही है। चूंकि महिना में हर शराब माफिया भट्टी मैनेजर को पघार देते है। आज भी ग्रामीण इलाकों में डबल घोड़ा पाउच का बिक्री तेजी से चल रही है। ऐसे कारोबारियों को दबोचने में सफल हुए हैं जो लेन-देन में कमी थोड़ी कमी हुई। ऐसे लोगों को पकड़ कर जेल के कोटरी में डाल दिया गया। ग्रामीण जनों द्वारा बताई गई जानकारी के मुताबिक देवभोग क्षेत्र में अधिकांश गांवों में नशा पेय पदार्थ डबल घोड़ा पाउच का करोबार जोरो-शोरों से चल रही है। और उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण अंचलों में जितने भी गांव है जहां युवा वर्ग भविष्य का स्तंभ होते है ऐसे लोग नशा पान करने में खूब दिलचस्पी ले रहे है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 70 प्रतिशत से भी ज्यादा बच्चे शराब पीने को माहिर है। ये सब नतीजा उक्त अधिकारी व कर्मचारीयों का पनाह देने की वजह से गांव के बच्चे बिगड़ रहे है, और बिगड़ भी चुके है। नशा में लथपथ होने से घरेलू विवाद चल रहा है और उसी दिमाकी बोझ बढ़ने से युवा जोश में वाहन को तेजी रफ्तार से चलाई जाती है, तो आपस में वाहन टक्करा कर बड़ी घटनाएं घटित हो जाती है।
नशाखोरी और अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की मांग
देवभोग क्षेत्र के तेल नदी पार छत्तीस गांवों में अवैध शराब डबल घोड़ा पाउच बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है। चूंकि इससे देवभोग क्षेत्र में अपराध और नशाखोरी पर अंकुश लगाया जा सकता है। जिसके चलते आज ग्रामीण जनता ने मांग कि है,आबकारी विभाग के अधिकारी अपने जिम्मेदारी को समझे और अवैध शराब के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
Author: Rajdhani Se Janta Tak
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